नई दिल्ली:डीडीए ने अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए यमुना खादर में सालों से चल रही नर्सरी पर बुलडोजर चला दिया. भारी संख्या में पुलिस बल के साथ डीडीए का दस्ता खेल गांव के पिछले हिस्से में पहुंचा और बुलडोजर से एक के बाद एक दर्जनों नर्सरी को उजाड़ दिया.
DDA और किसानों की लड़ाई में छोटे किसानों को हो रहा नुकसान - illegal occupation
डीडीए की कार्रवाई यहीं नहीं रूकी. डीडीए दस्ते ने पौधे को कुचलने के साथ-साथ वहां मौजूद पानी के इन्तजाम को भी नष्ट कर दिया. नर्सरी चला रहे लोगों ने ईटीवी भारत से बताया कि उन्हें डीडीए ने सूचना दी थी कि नर्सरी के खिलाफ कारवाई की जाएगी लेकिन उनकी मजबूरी थी कि वह पौधे को कहीं जा नहीं सकते थे.
डीडीए की कार्रवाई यहीं नहीं रूकी. डीडीए दस्ते ने पौधे को कुचलने के साथ-साथ वहां मौजूद पानी के इन्तजाम को भी नष्ट कर दिया. नर्सरी चला रहे लोगों ने ईटीवी भारत से बताया कि उन्हें डीडीए ने सूचना दी थी कि नर्सरी के खिलाफ कारवाई की जाएगी लेकिन उनकी मजबूरी थी कि वो पौधे कहीं ले जा नहीं सकते थे.
डीडीए ने जमीन पर किया दावा
नर्सरी में काम कर रही महिलाओं में बताया कि डीडीए ने नर्सरी उजाड़ कर उनकी रोजी रोटी छीन ली है. आपको बता दें कि यमुना खादर इलाके की जमीन अभी भी किसानों के कब्जे में है. किसान मोटे पैसे वसूल कर छोटे किसान को खेती के लिए जमीन देते हैं, हालांकि डीडीए का दावा है कि यमुना खादर की जमीन उसकी है. जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ डीडीए समय-समय पर कार्रवाई करता है लेकिन इसमें छोटे किसान पिस रहे हैं.