नई दिल्ली : दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए ने ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी दे दी है. इस प्लान के अनुरूप ही अब दिल्ली में आगे की योजना तैयार करने की बात कही गई है. इस ड्राफ्ट प्लान को अंतिम मंजूरी शहरी विकास मंत्रालय देगा. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में ड्राफ्ट प्लान 2041 को मंजूरी दी गई है. इसे विकास, पर्यावरण, आधारभूत ढांचा, लैंड पूलिंग आदि के उद्देश्य से तैयार किया गया है.
डीडीए के ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2041 को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक और डीडीए के सदस्य सोमनाथ भारती ने पत्र लिखकर विरोध जताया है. उन्होंने दिल्ली मास्टर प्लान 2041 को जल्दबाजी में पारित नहीं करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि वह मौजूदा एजेंडे का विरोध करते हैं. उन्होंने उपराज्यपाल को पिछले मास्टर प्लान 2021 की भी याद दिलाई, जिसमें जमीनी हकीकत को नजरअंदाज करने के कारण 500 से अधिक संशोधन करने पड़े थे.
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डीडीए द्वारा ड्राफ्ट मास्टर प्लान को मंजूरी देने के बाद उपराज्यपाल ने कहा कि इसे विकास, पर्यावरण, ग्रीन इकोनामी, इंफ्रास्ट्रक्चर, लैंड पूलिंग, शहर को बेहतर बनाने के मकसद के साथ तैयार किया गया है. प्राइवेट हिस्सेदारी बढ़ाकर हाउसिंग की जरूरतों को पूरा करने का जिक्र है. इसमें लैंड पूलिंग के साथ प्लान और अन प्लान एरिया के लिए रिजर्वेशन प्लान शामिल किया गया है. क्लीन इकोनॉमी के लिए इसमें खास प्लान है. इसमें आईटी हब, साइबर हब, नॉलेज बेस्ड इंडस्ट्री के लिए प्रस्ताव है. नई इंडस्ट्रीज हाईटेक और सर्विस आधारित होंगे. पार्किंग मैनेजमेंट के लिए प्लान के साथ ही ई-मोबिलिटी को बढ़ावा दिया गया है.
ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2041 की मुख्य बातें
- इसमें बायोडायवर्सिटी पार्क, फ्लडप्लेन प्लानिंग, बावली और झीलों तालाबों को पुनर्जीवित करना. नालों के किनारे को सुंदर बना साइकिलिंग और पैदल चलने वालों के लिए जगह बनाना शामिल है.
- यमुना और बाढ़ क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए यमुना नदी के लिए रिवर डेवलपमेंट प्लान तैयार किया गया है.
- दिल्ली के हेरिटेज जोन आर्कियोलॉजिकल पार्क, कल्चरल हब और अन्य संरक्षित हेरिटेज बिल्डिंगों के लिए नियम तय किए गए हैं.
- सिटी हब सर्किट प्लाजा नाइट टाइम सर्किट को बढ़ावा देने के लिए कॉरिडोर डिवेलप की पहचान करना शामिल है.
- प्राइवेट हिस्सेदारी बढ़ाकर हाउसिंग की जरूरतों को पूरा करना, इसमें लैंड पूलिंग के लिए प्लान और अनप्लान एरिया के लिए रीजेनरेशन प्लान शामिल है. एफएआरका प्रोत्साहन दिया जाएगा.
- रेंटल हाउसिंग और अफॉर्डेबल रेंटल हाउसिंग कंपलेक्स को विकसित किया जाएगा यह मास ट्रांजिट एरिया के आसपास होंगे. इनमें सर्विस अपार्टमेंट, हॉस्टल, स्टूडेंट हाउसिंग, वर्कर हाउसिंग जैसी सुविधाएं होंगी.
- पार्किंग मैनेजमेंट के लिए प्लान के साथ ग्रीन मोबिलिटी पर ध्यान दिया गया है. इसमें ई-व्हीकल, बैटरी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया गया है, जिस पर आधारित लैंड यूज़ काम विकसित किया जाएगा.
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