नई दिल्ली/नोएडा:साइबर जालसाजों ने नोएडा में सात लोगों के साथ ठगी करते हुए एक करोड़ 22 लाख रुपये ऐंठ लिए. सभी पीड़ितों ने शनिवार को मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की. जानकारी के अनुसार, पार्ट टाइम नौकरी कर पैसे कमाने और शेयर मार्केट में निवेश पर मुनाफा होने सहित अन्य बहानों से जालसाजों ने अपने खाते में पीड़ितों से रकम ट्रांसफर कराई. पुलिस ने सभी मामले में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ आइटी एक्ट और धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. जिन खाते में रकम ट्रांसफर हुई है, उन खातों को खंगाला जा रहा है.
सेक्टर-78 स्थित गोल्फ व्यू सोसाइटी निवासी विवेक त्यागी के साथ ट्रेडिंग के नाम पर जालसाजों ने 33 लाख रुपये की ठगी कर ली. शिकायतकर्ता को इंस्टाग्राम पर टैग कर जालसाजों ने एक विज्ञापन दिया और कम समय में अधिक लाभ कमाने का झांसा दिया. इसके बाद निवेश के नाम पर शुरुआत में कुछ रकम जमा कराए, जिसका कुछ फायदा भी हुआ. जाल में फंसने के बाद शिकायतकर्ता ने जालसाजों द्वारा बताए गए खाते में 33 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.
पीड़ित से जब 93 लाख रुपये और निवेश करने को कहा गया तो उसे ठगी की आशंका हुई. ऐसा न करने पर जालसाजों ने शिकायतकर्ता को टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर संपर्क तोड़ लिया. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासी मोनिश जौहरी के पास कुछ दिन पहले टेलीग्राम पर एक मैसेज आया था. इसमें घर बैठे टास्क रिव्यू का झांसा दिया गया था. मोनिश से जालसाजों ने बात कर काफी फायदा होने की बात कहकर 19 लाख 99 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन करा लिया. पैसे ट्रांसफर होने के बाद जब जालसाजों ने संपर्क तोड़ लिया, तब पीड़ित को ठगी की जानकारी हुई.
ऑनलाइन रिव्यू के नाम पर 32 लाख का ठगी:कंटेंट का ऑनलाइन रिव्यू करने पर पैसा कमाने का झांसा देकर जालसाजों ने सेक्टर-15 निवासी ज्योतिर्मय बारिक के साथ 32 लाख रुपये की ठगी कर ली. टेलीग्राम पर मैसेज भेजकर ठगों ने ज्योतिर्मय बारिक से संपर्क किया और ऑनलाइन रिव्यू कर लाखों रुपये कमाने का झांसा देकर रकम कई खाते में ट्रांसफर करा ली. पैसे कमाने के चक्कर में शिकायतकर्ता ने अपनी पूरी जमा पूंजी ट्रांसफर कर दी. पैसे ट्रांसफर होते ही जालसाजों ने शिकायतकर्ता को ग्रुप से बाहर कर दिया.