नई दिल्ली: पत्नी से अवैध संबंध के शक में दोस्त की हत्या करने वाला शख्स जेल से पैरोल लेकर फरार हो गया. लगभग दो साल से फरार चल रहे इस हत्यारे को क्राइम ब्रांच ने नोएडा से गिरफ्तार किया है. वह परिवार के साथ यहां छिपकर रह रहा था. हाईकोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर रखा था.
क्राइम ब्रांच ने नोएडा से हत्या के मामले में दोषी अपराधी को किया गिरफ्तार डीसीपी राकेश पवारिया के अनुसार सोनू और राकेश करावल नगर इलाके में रहते थे. दोनों अच्छे दोस्त थे. पेशे से ड्राइवर राकेश किराए के मकान में परिवार सहित रहता था. सोनू उसकी गैर मौजूदगी में अकसर उसके घर पर आता-जाता था. इसे लेकर राकेश को शक था कि उसकी पत्नी एवं सोनू के बीच अवैध संबंध हैं. 8 मार्च 2009 को राकेश ने अपने दोस्त रवि के साथ मिलकर सोनू को शराब पीने के लिए बुलाया. राकेश अपने रिश्तेदार मनोज से क्वालिस गाड़ी लेकर आया और इसमें बिठाकर वह सोनू को शराब पीने ले गए. हत्या के मामले में हुई थी सजा
सोनू जब काफी नशे में हो गया तो रवि ने उसे गोली मार दी. इसके बाद कट्टा लेकर राकेश ने सोनू के सिर पर गोली मारी. इससे उसकी मौत हो गई. उन्होंने सोनू के शव को खुर्जा में सड़क किनारे फेंक दिया था. इसके अगले ही दिन वह अपने परिवार सहित दिल्ली छोड़कर चला गया था. 12 मार्च 2009 को करावल नगर थाने में सोनू की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी. खुर्जा में शव मिलने के बाद इस बाबत हत्या का मामला दर्ज कर करावल नगर पुलिस ने जांच शुरू की और उसे गिरफ्तार कर लिया. हत्या के इस मामले में उसे अदालत सजा सुना चुकी है. वह तिहाड़ जेल में सजा काट रहा था.
नोएडा से गिरफ्तार हुआ आरोपी
क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि राकेश हत्या के इस मामले में सजा काट रहा था. वह पैरोल लेकर अक्टूबर 2017 में बाहर निकला और फरार हो गया. हाईकोर्ट की तरफ से उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हो रखा है. क्राइम ब्रांच को पता चला कि वह नोएडा सेक्टर बी-1 में रह रहा है. इस जानकारी पर एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की टीम ने छापा मारकर राकेश को पकड़ लिया. उसने पुलिस को बताया कि 23 अक्टूबर 2017 को उसे 4 सप्ताह की पैरोल मिली थी. 27 अक्टूबर 2017 को वह तिहाड़ जेल से बाहर निकला. उसे 25 नवंबर 2017 को तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करना था, लेकिन वह फरार हो गया था.