नई दिल्ली:जंतर-मंतर पर जिस कथित नाबालिग के यौन शोषण को मुद्दा बनाकर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पहलवान धरना दे रहे थे. उसी नाबालिग को अपनी भतीजी बताने वाले एक शख्स ने कहा कि रोहतक निवासी उनकी भतीजी नाबालिग नहीं है और कई तस्वीरें भी साझा की. उसका यह भी कहना है कि उसकी भतीजी को बहला फुसला कर भाजपा सांसद के खिलाफ मोहरा बनाया गया है.
नाबालिग के चाचा के इस बयान और तस्वीरें साझा करने पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आपत्ति व्यक्त की है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि एक आदमी खुद को बृजभूषण के खिलाफ शिकायत देने वाली नाबालिग बच्ची का चाचा बताकर और उसके कागजात दिखाकर उसकी पहचान उजागर कर रहा है. मैं पुलिस को नोटिस कर रही हूं, इस आदमी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर हो. क्या इसलिए ही बृजभूषण को छोड़ा हुआ है जिससे पीड़िता पर दबाव बन सके?
दरअसल, रोहतक के शीला बाईपास स्थित एक होटल में सोमवार शाम एक प्रेसवार्ता में खुद को नाबालिग लड़की का चाचा बताने वाले शख्स ने आरोप लगाया था कि दिल्ली में पहलवान बड़ी साजिश कर रहे हैं. वे जातिवाद बढ़ाने के साथ आंसू दिखाकर खापों को गुमराह कर रहे हैं. साथ ही यह भी कहा गया कि वे महिलाओं के लिए बने कानून और पॉक्सो एक्ट का गलत प्रयोग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि उनके बड़े भाई को बरगलाने के साथ भतीजी को भी इसमें इस्तेमाल किया है.