नई दिल्लीःआईपीएल 2020 में ड्रीम 11 कंपनी के प्रायोजक के रूप में चुने जाने को लेकर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) लगातार विरोध जता रहा है. जिसको लेकर बीसीसीआई के बाद अब केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू को पत्र लिखकर इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप की मांग की गई है. कैट ने अपने पत्र में खेल मंत्री से मांग की है कि ड्रीम 11 को प्रायोजक के पद से हटाकर किसी भारतीय कंपनी को चुना जाना चाहिए.
भारतीय कंपनी को आईपीएल में प्रायोजक बनाए जाने की मांग पत्र में कैट ने कहा है कि ड्रीम 11 को आईपीएल का प्रायोजक बनाया जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'लोकल पर वोकल' और 'आत्मनिर्भर भारत' को विफल बनाने का प्रयास है. जब सरकार की तरफ से चीन के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाते हुए चीनी कंपनियों पर रोक के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बीसीसीआई की तरफ से चीनी निवेश वाली कंपनी को चुना जाना एक विरोधाभास है.
'भारतीय कंपनी को प्रायोजक के रूप में चुना जाए'
इसके साथ ही कैट ने अपने पत्र में आग्रह किया है कि बीसीसीआई को ड्रीम 11 को दिए गए अनुबंध को रद्द कर किसी भारतीय कंपनी को प्रायोजक के रूप में चुना जाना चाहिए. जिसके बाद यह संदेश चीन के लिए कड़ा होगा और उन्हें यह पता चलेगा कि भारत किसी भी चीनी कंपनी पर निर्भर नहीं है.
'बीसीसीआई ने किया भारतीयों की भावनाओं का अनादर'
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस महीने चीनी हैंडसेट निर्माता कंपनी वीवो को दुबई में आयोजित होने वाले 'इंडियन प्रीमियर लीग 2020' के शीर्षक प्रायोजक के रूप में चुना था. लेकिन देश में प्रचलित चीनी विरोधी भावनाओं के मद्देनजर जताई गई आपत्ति के बाद विवो के साथ अनुबंध रद्द कर दिया गया. लेकिन एक बार फिर से भारतीय लोगों की भावनाओं का अनादर करते हुए बीसीसीआई ने ड्रीम 11 को प्रायोजक के रूप में आईपीएल में चुना है. यह सरासर असंवेदनशील व्यवहार का प्रतीक है.