नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके से लापता हुए बच्चों का शव नहर में मिलने के बाद दहशत फैल गई. गुस्साए परिजनों और इलाके के लोगों ने दिल्ली सहारनपुर रोड पर जाम लगा दिया. मरने वाले बच्चों की उम्र 6 साल और 5 साल है. जो 18 फरवरी से लापता थे.
मामले की रिपोर्ट भी थाने में दर्ज कराई गई थी लेकिन बच्चों का सुराग नहीं लग पाया था. गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के बेहटा नहर में रविवार दो बच्चों का शव मिला. 6 साल का सौरव और 5 साल की लक्ष्मी 18 फरवरी से लापता हो गए थे और उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी थाने में दर्ज कराई गई थी. लेकिन दोनों का कुछ पता नहीं चला था.
संदिग्ध हालात में लापता हुए बच्चे
बता दें कि दोनों बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे और संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे. जैसे ही दोनों बच्चों के शव नहर में मिलने की खबर आई परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. लोगों ने दिल्ली सहारनपुर रोड पर जाम लगा दिया.
6 दिन से लापता मासूम भाई-बहन के शव नहर में मिले, लोगों का फूटा गुस्सा जिसे काफी मशक्कत के बाद पुलिस अधिकारियों ने खुलवाया. परिवार को आश्वस्त किया गया है कि मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है. जल्द जांच के बाद बच्चों की मौत के संबंध में खुलासा किया जाएगा. दोनों बच्चों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
कैसे नहर तक पहुंचे बच्चे
बच्चों की इस गुमशुदगी के मामले में कई बड़े सवाल भी खड़े हो रहे हैं. आखिरकार परिवार से किसी की क्या दुश्मनी थी जो बच्चों को अगवा करके उनकी लाश को नहर में बहा दिया गया? क्योंकि इतने छोटे बच्चे खेलते हुए नहर की तरफ नहीं जा सकते हैं. हालांकि पुलिस सभी एंगल्स पर जांच पड़ताल आगे बढ़ा रही है.
बेहटा हाजीपुर की जिस नहर से जहां शव मिले हैं, उसके इर्द-गिर्द का इलाका काफी सुनसान रहता है और नहर तक आसानी से जाया जा सकता है. ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या बच्चे खेलते वक्त वहां पर चले गए? लेकिन यह बात परिवार के भी गले नहीं उतर रही है.
पोस्टमार्टम से होगा खुलासा
बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ होगा कि बच्चों की मौत किस वजह से हुई. साथ ही यह भी साफ हो पाएगा कि बच्चों के शरीर पर अन्य किसी तरह के निशान तो नहीं है. पुलिस इस मामले में इलाके से जुड़े सभी सीसीटीवी भी खंगाल रही है.