" प्रदूषण सेस की रकम का उपयोग नहीं " नई दिल्ली:दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बीजेपी लगातार AAP सरकार और अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमलावर है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा का कहना है कि यह खेद का विषय है कि आज जब दिल्ली वाले प्रदूषण से जूझ रहे हैं तब पर्यावरण सेस से जुटाया गया 710 करोड़ से अधिक रुपया यूं ही व्यर्थ पड़ा है.
सचदेवा का कहना है कि प्रदूषण सेस के मद से जुलाई 2023 तक जो 1481 करोड़ रुपए आए उसमें से एक रुपए भी प्रदूषण के किसी सीधे कारण पर खर्च नहीं किया गया. सुप्रीम कोर्ट के दबाव में 781 करोड़ रुपए रैपिड रेल प्रोजेक्ट में दिल्ली सरकार के अंश के रूप में सहयोग किया.
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केजरीवाल सरकार अगर विजन से काम लेती तो खर्च सकती थी रकमःउन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार अगर विजन से काम लेती तो इसी पैसे से दिल्ली की टूटी बदहाल सड़कों को सुधार सकती थी. सड़क किनारे पेड़ पौधे लगा सकती थी, जिससे धूल प्रदूषण कम होता और दिल्ली वासियों को थोड़ी राहत मिल सकती थी.
प्रदूषण के कारणों को रोकने में खर्च कर सकती थी सेस की रकमःसचदेवा ने कहा कियदि केजरीवाल सरकार चाहती तो यह रुपए पंजाब सरकार के माध्यम से राज्य के किसानों को देकर पराली खरीद कर उसका जलना और प्रदूषण के एक बड़े कारण को रोक सकती थी. दिल्ली सरकार चाहती तो इसी रुपए से कृत्रिम बारिश भी करवा कर कुछ राहत दे सकती थी.
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