नई दिल्ली: भारत को आज अंतरिक्ष में एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में इस कामयाबी के लिए देश के लोगों को बधाई दी और कहा कि भारत अब दुनिया के उन देशों में शामिल हो गया है जिनके पास एंटी सैटेलाइट मिसाइल सिस्टम है. इस बारे में भाजपा सांसद विजय गोयल से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
MissionShakti के बारे में बोले सांसद विजय गोयल बता दें कि ये भारत का पहला परीक्षण था. मिशन शक्ति हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है. इससे पहले तक ये तकनीक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन के पास थी. ये ऑपरेशन सिर्फ 3 मिनट में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया.
विजय गोयल ने दी बधाई
भाजपा सांसद विजय गोयल ने कहा कि वाकई ये देशवासियों के लिए खुशी का दिन है. अब भारत धरती पर ही नहीं अंतरिक्ष में भी अपनी शक्ति का परचम लहराने में सफल रहा. इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है? मिशन शक्ति एक कठिन परिश्रम था. जिसमें उच्च कोटि की क्षमता की आवश्यकता थी. उन्होंने डीआरडीओ जैसी संस्था को इस मिशन को सफल बनाने के लिए बधाई दी.
'युवाओं में उत्साह'
विजय गोयल ने कहा कि हमें हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है. उन्होंने कहा कि वे कुछ देर पहले ही दिल्ली के युवाओं से मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र कर रहे थे. उसके बीच जब मिशन शक्ति के बारे में प्रधानमंत्री ने स्वयं राष्ट्र के नाम संबोधन कर जानकारी थी तो युवाओं का उत्साह दोगुना हो गया. अंतरिक्ष में भारत के इस शक्ति का लाभ कई तरह से मिलेगा. कृषि, मौसम, प्राकृतिक आपदा की सटीक जानकारी अब मिलेगी और खास बात ये कि इसके लिए हमें दूसरे देशों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है. हमारा सूचना तंत्र काफी मजबूत हो गया है, ये मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में गिना जाएगा.
ये है मिशन शक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में बताया कि भारत अब स्पेस पावर बन गया है. भारत में सफलतापूर्वक मिशन शक्ति को पूरा कर लिया है. अब तक रूस, अमेरिका और चीन को ये दर्जा प्राप्त था अब भारत को भी यह उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने बताया कि हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर यानी एलईओ (लो अर्थ ऑर्बिट) में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है. ये लाइव सैटेलाइट जोकि एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, उसे एंटी सैटेलाइट मिसाइल द्वारा मार गिराया गया.
बना दुनिया का चौथा देश
बता दें अब तक दुनिया में सिर्फ तीन ही देश के पास ये ताकत थी. अब भारत स्पेस पावर वाला चौथा देश बन गया है. इस उपलब्धि के बाद भारत अपने दुश्मनों पर स्पेस के जरिए भी हमला कर सकता है. युद्ध की स्थिति में यदि भारत को बड़ी कामयाबी दिलाएगी. इस मिशन को इसरो और डीआरडीओ दोनों ने मिलकर पूरा किया है.
लो अर्थ ऑर्बिट
लो अर्थ ऑर्बिट इसका इस्तेमाल टेलीकम्युनिकेशन के लिए किया जाता है. ये पृथ्वी की सतह से 400 से 1000 मील पर होता है. जिसमें लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट मौजूद होते हैं. इसमें सेटेलाइट का इस्तेमाल मुख्य रूप से डाटा कम्युनिकेशन के लिए किया जाता है.