नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बापू की 150वीं जयंती पर देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल नहीं करने की लोगों से अपील कर रहे हैं. इसका ऐलान उन्होंने बीते 15 अगस्त को लालकिले से ही कर दिया था. लेकिन मोदी सरकार की इस अपील से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बिल्कुल अनजान लगे.
सुनिए सीएम अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा बुधवार को पूरा देश बापू की जयंती मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान के साथ-साथ अब सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल नहीं करने की लोगों से अपील कर रहे हैं. तो वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ना केवल मोदी की इस अपील से अनजान है. बल्कि सरकार के एजेंडे में ना तो स्वच्छता अभियान और ना ही प्लास्टिक पर प्रतिबंध को लेकर कोई योजना है.
प्लास्टिक इस्तेमाल पर रोक के लिए कोई योजना नहीं
इस बाबत सवाल पूछे गए तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पूरी तरह प्रधानमंत्री की अपील से अनजान थे और साथ में बैठे दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछने लगे कि क्या दिल्ली सरकार प्लास्टिक के इस्तेमाल को लेकर कुछ करने जा रही है? मंत्री ने भी गर्दन हिलाकर साफ कह दिया कि सरकार फिलहाल ऐसा कुछ नहीं करने जा रही.
लैंडफिल साइट पर पड़े कचरे का समाधान नहीं
दिल्ली के तीनों मुहाने पर बने लैंडफिल साइट पर लाखों टन में प्लास्टिक और अन्य कचरा डला हुआ है. इस कचरे से सालों पहले रोड बनाने की बात हुई थी. केजरीवाल से जब यह भी पूछा गया कि क्या कूड़े के रूप में जमा इन प्लास्टिक को सरकार सड़क बनाने पर विचार कर रही है? तो उन्होंने सीधे इस मामले पर कुछ ना कहते हुए प्रश्न कुछ दूरी पर बैठे लोक निर्माण विभाग के अधिकारी की तरफ मोड़ दिया.
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने भी कहा कि उन प्लास्टिकों को अलग तो किया जा रहा है, लेकिन इनसे रोड बनाए जाएंगे कि नहीं अभी कुछ फैसला नहीं लिया जा सका है.
सिंगल यूज प्लास्टिक को इस्तेमाल नहीं करने की अपील
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में मोदी सरकार के प्रति केजरीवाल सरकार का रवैया नरम हुआ है. पहले बगावती सुर अपनाए केजरीवाल अब केंद्र सरकार की योजना और फैसलों पर कड़ी टिप्पणी करने की बजाय सहमति देने के मूड में रहते हैं.
लेकिन, बापू की 150वीं जयंती पर स्वच्छता अभियान के साथ-साथ इस बार जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से सिंगल यूज प्लास्टिक को इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है, इसको लेकर दिल्ली सरकार दिलचस्पी नहीं दिखा रही है.