अलीगढ़: जिले में जहरीली शराब (Aligarh poisonous liquor) से अब तक 21 की मौत हो चुकी है. करीब 15 लोग गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में भर्ती हैं. करसुआ, अंडला, हैवतपुर, फतेहपुर, सुजापुर, छेरत गांव के साथ अब रायट गांव के पांच लागों की मौत हो गई है. इस पूरे प्रकरण पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान में लिया है. आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. वहीं मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
डीआईजी ने कहा होगी सख्त कार्रवाई
अलीगढ़ डीआईजी (DIG) दीपक कुमार ने बताया कि सरकारी ठेके से शराब खरीद कर पी गई, जिसके बाद लोगों की मौत हुई है. सरकारी ठेके पर जहरीली शराब की जांच कराई जा रही है. गंभीर लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. पुलिस की टीम और आबकारी विभाग सरकारी ठेके संचालक के खिलाफ कार्रवाई में जुटे हैं.
उन्होंने बताया कि एसएसपी (SSP) कलानिधि नैथानी के नेतृत्व में टीम कार्रवाई में जुट गई है. सरकारी ठेके पर जहरीली शराब कहां से आई, इस बात की पड़ताल की जा रही है. शराब के ठेके को सील कर दिया गया है. वहीं ठेके से शराब के नमूने लिए गए हैं. साथ ही जहरीली शराब पीने वालों के यहां से भी सैंपल लेकर लैब में भेजा गया है.
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डीआईजी ने बताया कि ठेके का नवीनीकरण कब हुआ, इसकी भी जांच की जा रही है. एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
शराब मामले पर सीएम सख्त
अलीगढ़ शराब से मौत मामले पर सीएम योगी ने सख्त निर्देश देते हुए आबकारी और गृह विभाग के अधिकारियों को तलब कर दिया है. सीएम ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के ने निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर शराब सरकारी ठेके से गई है तो ठेके को सीज कर दिया जाए. वहीं, दोषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाए. दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी और उससे मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.
गिरफ्तार किए गए ठेका संचालक और सेल्समैन का विवरण-
1 - नरेन्द्र पुत्र दिगपाल निवासी कस्बा व थाना लोधा
2- अजय पुत्र वीरपाल सिंह निवासी कस्बा व थाना लोधा
3- अनिल चौधरी पुत्र किरन सिंह निवासी धारागढ़ी थाना गोण्डा
50-50 हजार इनाम घोषित
एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने बताया कि शराब कांड में तीन मुख्य आरोपी सामने आए हैं. इसमें शराब सप्लायर रिषी शर्मा, अनिल चौधरी, विपिन यादव के नाम शामिल हैं, जो देशी शराब के ठेके को कंट्रोल करते है. पुलिस ने शराब सप्लायर अनिल चौधरी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. शेष दोनों मुख्य आरोपी फरार हैं. जिन पर 50-50 हजार का इनाम रखा गया है.
जांच टीम का हुआ गठन
जहरीली शराब कांड को लेकर जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. एडीएम प्रशासन मजिस्ट्रेट जांच करेंगे. एडीएम प्रशासन डीपी पाल 15 दिन में अपनी जांच आख्या देंगे.
आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भुसरेड्डी ने 3 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.