नई दिल्ली :दिल्ली के जहांगीरपुरी जी-ब्लॉक स्थित एमसीडी स्कूल का शिक्षा मंत्री आतिशी ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान स्कूल शुरू होने का समय होने के बावजूद 15 में से 13 शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे थे, जिनमें स्कूल इंचार्ज भी शामिल थे. साथ ही स्कूल में लंबे समय से सफाई नहीं होने के चलते चारों ओर गंदगी का अंबार है. क्लासरूम की दीवारें और फ़र्श पर धूल भरी पड़ी है. शौचालय भी बदत्तर स्थिति में है. कई कमरे ऐसे हैं, जहां स्टोर रूम के नाम पर टूटी डेस्क और कबाड़ पड़ा है. वहीं स्कूल में डेस्क होने के बावजूद बच्चे फ़र्श पर बैठने को मजबूर है और स्कूल प्रमुख को इसकी कोई सुध-बुध नहीं है.
शुक्रवार सुबह 8 बजे जब शिक्षा मंत्री जहांगीरपुरी जी-ब्लॉक स्थित एमसीडी स्कूल पहुंची तो उन्होंने पाया कि स्कूल में केवल 15 में से 2 शिक्षक हैं. गेट पर गार्ड मौजूद नहीं है. वहीं स्कूल में शिक्षकों के अटेंडेंस रजिस्टर को चेक करने पर पाया गया कि 2 शिक्षक ऐसे हैं, जो स्कूल प्रमुख को बिना बताए छुट्टी पर है. शिक्षा मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि दिल्ली नगर निगम में शिक्षा को महत्व देने वाली सरकार है. शिक्षा को लेकर हमारा जीरो टॉलरेंस है इसलिए एमसीडी स्कूलों में जिन शिक्षकों का पढ़ने-पढ़ाने को लेकर ढुलमूल रवैया है वो अपनी इस आदत की बदल दे और जिम्मेदारी के साथ अपना कर्तव्य निभाएं. स्कूल निरीक्षण के दौरान कई पैरेंट्स ने भी शिक्षा मंत्री से शिकायत करते हुए बताया कि स्कूल में शिक्षकों का लेट आना आम बात है .
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कड़े शब्दों में डीडीई को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल के मामले में लापरवाही बरतने वाले सभी शिक्षकों और स्कूल प्रमुख के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए. साथ ही डीडीई को चेतावनी देते हुए कहा कि वे एक सप्ताह के भीतर दोबारा उस जिले के किसी एक एमसीडी स्कूल में वो औचक निरीक्षण करेंगी. यदि सप्ताह भर में उनके अन्तर्गत आने वाले सभी स्कूलों में साफ-सफाई और शिक्षकों के लेट-लतीफ़ी की समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो डीडीई के ख़िलाफ़ एक्शन लिया जाएगा.