नई दिल्लीः राजधानी में जहां एक तरफ प्रदूषण बढ़ रहा है, तो वहीं कूड़े में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. दमकल विभाग को अकेले मंगलवार को ऐसी 58 कॉल मिली हैं, जहां कूड़े में आग लगी थी. इन सभी कॉल पर दमकल विभाग ने तुरंत जाकर आग को बुझा लिया. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में कूड़े में आग लगना महज हादसा है या कोई साजिश यह एक बड़ा सवाल है.
एक दिन में 58 जगह कूड़े के ढेर में लगी आग जानकारी के अनुसार अभी के समय में राजधानी में आगजनी की घटनाएं ज्यादा नहीं हो रही है. आमतौर पर इन दिनों में आगजनी की जो घटनाएं होती है, उनसे लगभग 25 फीसदी कम आग की कॉल दमकल को मिल रही है. लेकिन इसी समय में कूड़े में आग लगने की कॉल अचानक बढ़ गई है.
दमकल निदेशक अतुल गर्ग के अनुसार बीते रविवार को जहां कूड़े में आग लगने की कुल 30 कॉल दमकल विभाग को मिली थी तो वहीं मंगलवार को एक ही दिन में कूड़े में आग लगने की 58 कॉल दमकल विभाग को मिली हैं. इन सभी कॉल पर जाकर दमकल कर्मचारियों ने तुरंत आग को बुझाने का काम किया क्योंकि इससे प्रदूषण के स्तर बढ़ने का खतरा रहता है.
कूड़े में आग की 10 से 15 कॉल होती है सामान्य
दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि आमतौर पर कूड़े में आग लगने की 10 से 15 कॉल एक दिन में दमकल विभाग को मिलती हैं. आम दिनों में इस कॉल को काफी छोटी कॉल माना जाता है और दमकल विभाग इस पर जाकर आग को बुझाने का काम करती है. लेकिन अभी के समय में राजधानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है. इसलिए इस कॉल को बेहद ही गंभीर श्रेणी में रखा गया है.
अतुल गर्ग ने कहा कि कॉल आते ही तुरंत दमकल कर्मचारी ऐसी आग को बुझाने के लिए रवाना हो जाते हैं क्योंकि जितनी देर आग लगी रहेगी, उसके आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा. हैरानी की बात यह है अभी के समय में जब मौसम में ठंडक है, इसके बावजूद कूड़े में आग लग रही है.
प्रदूषण को लेकर चल रही है राजनीति
सूत्रों का कहना है कि राजधानी में प्रदूषण को लेकर राजनीति तेज हो चुकी है. एक तरफ जहां दिल्ली सरकार लगातार प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयास कर रहा है. तो वहीं विपक्ष लगातार उन पर हमला बोल रहा है. ऐसे में कूड़े में आग लगने की कॉल में अचानक 300 फीसदी से अधिक की वृद्धि होना कहीं ना कहीं संदेह पैदा कर रहा है. अचानक कूड़े में आग की घटनाएं कैसे बढ़ रही है, यह जांच का विषय है.