नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली से सटे गाजियाबाद के सबसे बड़े निगमों में से एक गाजियाबाद नगर निगम कार्यकारिणी की बजट बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता गाजियाबाद नगर निगम आशा शर्मा और नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने की.
बैठक के दौरान निगम उपाध्यक्ष सुनील यादव कार्यकारिणी सदस्य राजीव शर्मा मनोज चौधरी ने बजट से संबंधित विस्तृत जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की. बैठक के दौरान गाजियाबाद नगर निगम में मेयर हाउस बनाने की मांग जोर-शोर से उठी. जिसका सभी पार्षदों ने एक स्वर में समर्थन किया.
एलईडी लाइटों का मामला जोरशोर से उठा
पार्षदों की मांग पर नगर निगम आयुक्त दिनेश शर्मा ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि अगले 1 महीने के अंदर तत्कालिक तौर पर मेयर हाउस बनाया जाएगा. बजट बैठक के दौरान नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों में एलईडी लाइटों का मुद्दा जोर शोर से उठा. कार्यकारिणी सदस्यों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारियों की मनमानी के चलते शहर के कई इलाके आज भी अंधेरे में रहने को व्याप्त है. जबकि अधिकारियों के घर उजालों से सरोबार है.
गाजियाबाद नगर निगम में पेश किया गया पुनरीक्षित बजट बजट पर एक नजर
नगर निगम के लेखाधिकारी ए के मिश्रा ने बजट बैठक में बताया कि आय का प्रस्तावित बजट 680 करोड़ 25 लाख 50 हज़ार है. जबकि इसके विपरीत 861 करोड 98 लाख का व्यय बजट पेश किया जाएगा. वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए आय के राजस्व मद में 127 करोड 22 लाख, लाइसेंस में 11 करोड़ 50 लाख, विक्रय में 12 करोड 40 लाख, किराया में 42 करोड़ 90 लाख, ठेका में 31 करोड़, शुल्क में 19 करोड़ 45 लाख, शासकीय अनुदान एवं अन्य मदों से 51 करोड 64 लाख रुपए का प्रस्ताव रखा गया.
बजट में व्यय पर सार्वजनिक निर्माण के मद में 173 करोड़ 16 लाख, जल निस्तारण में 83 करोड़ 85 लाख, प्रकाश में 181 करोड 72 लाख, स्वास्थ्य विभाग 106 करोड़ 16 लाख, उद्यान विभाग में 26 करोड़ 54 लाख, सामान्य प्रशासन कर्मिक लेख आदि में 108 करोड 36 लाख और शासकीय अनुदान एवं अन्य मधु से कार्य में 336 करोड़ रुपय व्यय का प्रस्ताव रखा गया.