नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैपिड रेल समेत साढ़े 32 हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इसके बाद पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोला.
उन्होंने कहा, 'आज का दिन उत्तर प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. आज पूरे यूपी में मैंने विकास से जुड़े हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया है. आज पीएम किसान सम्मान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अनेक योजनाओं के लाभार्थियों को भी प्रमाण पत्र दिए गए हैं.'
'तीन सी से होती है गाजियाबाद की पहचान'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'पहले की सरकारों के शासनकाल में गाजियाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पहचना किन कारणों से होती थी, आज गाजियाबाद की पहचान तीन 'सी' से होती है. पहला सी है कनेक्टिविटी. रेल कनेक्टिविटी, मेट्रो ट्रेन से हो, हवाई कनेक्टिविटी हिंडन एयरपोर्ट से हो या फिर इंस्टेंट पेरिफैरल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से वर्ल्ड क्लास रोड कनेक्टिविटी.
इसी प्रकार का दूसरा सी है क्लीनलीनेस, हाल ही में स्वच्छता सर्वेंक्षण की रैकिंग में गाजियाबाद देश में 13वें स्थान पर पहुंच गया है. यहीं, गाजियाबाद 2017 में 351 नंबर था. तीसरा सी है कैपिटल. यानि कि उद्यमियों की मेहनत और उनके परिश्रम के कैपिटल ने गाजियाबाद को पूरे प्रदेश का बिजनेस हब बना दिया है. इसके लिए मैं योगी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं.
'हवाई चप्पल पहनने वाला सफर कर सकेगा'
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंडन एयरबेस से सिविल टर्मिनल का उद्घाटन किया है. यहां से मैं शहीद स्थल जाऊंगा और दिलशाद गार्डन तक जाने वाली मेट्रो को हरी झंडी दिखाउंगा. अब तक गाजियाबाद के हिंडन की पहचान सिर्फ वायु शक्ति के रूप महत्वपूर्ण सेंटर के रुप में होती थी.
अब गाजियाबाद के लोगों को दूसरे शहर जाने के लिए दिल्ली जाने की आवश्यकता कम पड़ेगी. इस एयरपोर्ट को उड़ान योजना से जोड़ा गया है. अब हवाई चप्पल पहनने वाला आम आदमी भी कम कीमत में यहां से हवाई सफर कर पाएगा.
इस टर्मिनल का विचार नौ-दस महीने पहले आया था. इतने कम समय में इसका निर्माण कार्य पूरा हो गया. इससे पहले प्रयागराज में भी नया एयरपोर्ट टर्मिनल सिर्फ 11 महीने में बना था.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर की बड़ी समस्या रही है जाम और प्रदूषण. गाजियाबाद की सबसे बड़ी समस्या है जाम और प्रदूषण. मेट्रो चलने से आप दोनों समस्याओं से निजात मिल सकेगी. लोगों को दफ्तर जाने के लिए, छात्रों को कॉलेज जाने के लिए जाम से निपटने का विकल्प मिल चुका है.
पहले लोगों की शिकायत में रहती थी कि रोजाना के 2 से 3 घंटे जाम में बीतते हैं अब यह शिकायत कम होने वाली है.अब सफर की सफरिंग निश्चित कम होने वाली है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ के आरआरटीएस का शिलान्यास किया गया है. अब दिल्ली से मेरठ की दूरी सिर्फ एक घंटे की रह जाएगी. यही नहीं सड़क यातायात को आधुनिक बनाने के लिए नार्दन पेरिफेरल मास्टर प्लान रोड और आउटर रिंग रोड का शिलान्यास किया गया है.
जब यह प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे तो दिल्ली से आने वाली गाड़ियों को गाजियाबाद शहर में एंट्री की जरूरत नहीं रहेगी. इससे यहां ट्रैफिक का दबाव कम होगा और जाम नहीं लगेगा.
'देश में कनेक्टिविटी पर तेज हो रहा काम'
सभी प्रोजेक्टों का शिलान्यास और उद्घाटन लोगों के जीवन को सुगम बनाएंगे साथ ही नए उद्यमों को नए अवसर पैदा करेंगे. आज ही लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद तीन मेट्रो प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास हो रहा है. कल नोएडा में मेट्रो के नए रूट का लोकार्पण किया जाएगा.
कल नागपुर मेट्रो की भी शुरुआत हुई है. इसी हफ्ते ही अहमदाबाद मेट्रो का लोकार्पण भी हुआ है. इसी गति से देशभर के शहर में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी की सुविधाओं को तेज करने पर काम किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ हमारी सरकार काम करने में जुटी है. एक तरफ हम इंस्फ्राट्रक्चर मजबूत कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ हम सामान्य लोगों को सीधी मदद पहुंचाने में जुटे हैं. किसानों के लिए दो सबसे बड़ी योजनाओं की शुरूआत की है.
सरकार किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि और मजदूरों के लिए पीएम श्रम मानधन योजना शुरू की गई है. दो करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में योजना की पहली किस्त जमा हो चुकी है. कोई बिचौलिया नहीं, कोई मलाई खाने वाला नहीं.
75 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में जमा किए जा रहे. पीएम श्रम मानधन योजना के तहत 42 करोड़ मजदूरों को 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने कम से कम तीन सौ रुपये नियमित पेंशन मिले ऐसी योजना पहली बार आई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर में लाखों परिवार हैं जो ऐसे अपना काम चला रहे हैं. हर महीने मामूली अंशदान से आप इससे जुड़ सकते हैं. जितनी रकम आप देंगे उतनी ही धनराशि मोदी सरकार आपके खाते में जमा कराएगी.
हमारी सरकार ने उन लोगों के बारे में भी सोचा जिन्हें पिछली सरकारों ने उनके भाग्य पर छोड़ दिया था. जिन कामों को आज तक की सरकारें नामुमकिन मानती रही, लेकिन मोदी है तो मुमकिन है. नामुमकिन को मुमकिन बनाने की शक्ति अगर मोदी को मिली है तो इसके पीछे आप हैं. मैं आप सभी को इन सुविधाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
'पहले दिल्ली सरकार सोती थी'
प्रधानमंत्री ने कहा कि 26-11 को मुंबई में जब आतंकवादियों ने हमला किया तो अनेक लोग मारे गए. क्या तब दिल्ली में बैठी सरकार को जवाब देना चाहिए था या नहीं. दिल्ली में बैठी सरकार ने कुछ किया था क्या ? आतंकवादी घटनाओं पर दिल्ली सरकार सोती थी या नहीं.
दिल्ली सरकार गुनहगार थी कि नहीं. मैं पुरानी सरकारों जैसा करूं आपको मंजूर है. या हर हिंदुस्तानी पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहता है या नहीं ? क्या हर हिंदुस्तानी आतंकवादियों को उनकी ही भाषा में जवाब देना चाहता है या नहीं? क्या आतंकवाद को उखाड़ फेंकना चाहिए या नहीं? मोदी को हिम्मत से आगे बढ़ना चाहिए या नहीं? आपका आशीर्वाद है या नहीं? आतंकवाद को खत्म करने के लिए मैंने कदम उठाया हैं इसके लिए मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए?
'देशवासियों का मुझे समर्थन'
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा-बसपा-कांग्रेस को सेना पर भरोसा नहीं है वो सेना पर भी भरोसा करने को तैयार नहीं है. आप कभी ऐसा कुछ करेंगे जिससे पाकिस्तान में तालियां बजे कि आप ऐसा कुछ करेंगे लेकिन हमारे देश के कुछ दल, उसके कुछ नेता पिछले 10 दिनों से लगातार ऐसा कुछ कर रहे हैं.
मैं आपसे कहता हूं इन दलों को देश की चिंता नहीं है उनके अपने जेल जाने से बचने की चिंता है. जब पहले सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी तब सेना का अपमान इन्होंने किया था जब बाद में सबूत सामने आए तो सबकी बोलती बंद हो गई.
एयर स्ट्राइक के बाद भारत सरकार चुप बैठी थी, लेकिन हम सोए नहीं थे चौकीदार जाग रहा था. इतने बड़े काम के बाद भी हम चुप थे हमने क्रेडिट लेने की कोई कोशिश नहीं की. सबसे पहले पाकिस्तान सरकार ने 5 बजे उठकर के रोने का काम शुरू किया. 130 करोड़ देशवासियों का समर्थन ही मेरा सबूत है.