नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबद में 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव की वोटिंग होनी है. पहले चरण में मतदान होने के कारण जिला प्रशासन चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार को गाजियाबाद कलेक्ट्रेट सभागार में मीडिया के सामने वीवीपैट मशीन की ब्रीफिंग की गई.
गाजियाबाद की जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने मीडिया कर्मियों के सामने वीवीपैट मशीन का डेमो दिया और बताया कि वीवीपैट के उपयोग से पूरे मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी. बैठक के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई की पिछले चुनाव में गाजियाबाद का वोटिंग परसेंटेज 56 फीसदी था.
होगा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बैठक में इस बात का निर्धारण हुआ कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी बूथों पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इसमें कई स्वयंसेवी संगठनों की भी सहायता ली जाएगी.
उम्मीदवारों को देना होगा अपने ऊपर दर्ज अपराध का विवरण
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जिलाधिकारी रितु महेश्वरी ने बताया कि निर्वाचन आयोग के आदेश अनुसार अगर किसी उम्मीदवार पर किसी प्रकार का आपराधिक मामला दर्ज है तो उसे अपने ऊपर दर्ज अपराधिक मामले की जानकारी राष्ट्रीय स्तर के अख़बार और इलेक्ट्रॉनिक चैनल में देनी होगी.
इसके अलावा संबंधित राजनीतिक दल और जिला निर्वाचन कार्यालय भी इसकी सूचना समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रकाशित करेंगे.
आश्रितों का भी देना होगा आय-व्यय का विवरण
जिला अधिकारी ने बताया कि इससे पहले चुनाव में सिर्फ उम्मीदवार ही अपने आय और व्यय का ब्यौरा देते थे. लेकिन इस बार निर्वाचन आयोग के आदेश अनुसार उम्मीदवार के आश्रितों को भी अपने पूरे आय और व्यय का विवरण नामांकन करते समय दाखिल करना होगा. अगर इसमें किसी प्रकार की कमी पाई जाती है तो उम्मीदवार का पर्चा खारिज किया जा सकता है.