नई दिल्ली:दिल्ली में शाहदरा जिला की एएटीएस (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड) की टीम ने चोरी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इसमें एक आरोपी गाड़ियां चुराकर कबाड़ी को बेच दिया करता था. इसके बाद कबाड़ी चुराई गई गाड़ियों के पार्ट्स अलग-अलग कर बेच दिया करता था. डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमित चौधरी और प्रेम सिंह के रूप में हुई है. डीसीपी ने बताया कि 14 फरवरी को कड़कड़डूमा के हेडगेवार अस्पताल के पास एक सेंट्रो कार (यूपी 14एएक्स 8193) चोरी होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.
इसी क्रम में एएटीएस टीम ने सीसीटीवी इलाके का फुटेज प्राप्त किया, जिसमें एक व्यक्ति कार की चोरी करता हुआ देखा गया. जांच में एएटीएस की टीम में एसआई करण सिंह, एएसआई राजेंद्र सिंह, एएसआई सुनील कुमार, हेड कॉन्स्टेबल कपिल, हेड कॉन्स्टेबल संजीव और हेड कॉन्स्टेबल संजीव को शामिल किया गया. इसके बाद टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर के पास जाल बिछाकर एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान अमित चौधरी के रूप में हुई है.
आरोपी के कब्जे से एक स्कूटी और कार की चाबियां बरामद की गई. पूछताछ करने पर उसने खुलासा किया कि वह पुरानी कार जैसे सेंट्रो , वैगनार, बीट आदि की चोरी करता था. उसने बताया कि कबाड़ी के पास पुरानी कारों की मांग है जो उसके पुर्जे बेच दिया करता था. यह भी सामने आया कि बरामद की गई स्कूटी का इस्तेमाल वह कारों की चोरी के लिए करता था. उसके पास से छावला गांव में रखी गई चोरी की गई सेंट्रो कार बरामद की गई.