नई दिल्ली:पूर्वी दिल्ली की प्रीत विहार थाना पुलिस ने एक ऐसे चोरों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो ऑटो में निकलता और बंद घरों का ताला तोड़कर कैश और कीमती सामान चुरा कर फरार हो जाता था. पुलिस ने इस गिरोह के सरगना सहित 2 लोगों सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरोह का सरगना चुराए गए पैसे बांग्लादेश पत्नी को भेजा करता था.
डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल के 24 परगना अब्दुल रहमान के तौर पर हुई है. वह दिल्ली के सुन्दरपुरी में रह रहा है. जबकि दूसरे की पहचान अबू मूसा के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि पीएस प्रीत विहार में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी. जिसमें शिकायतकर्ता नवीन मित्तल ने कहा कि सुबह उनकी पत्नी ने एक अलमारी का ताला टूटा हुआ पाया. किसी ने खिड़की से उनके घर में घुसकर जेवरात और नकदी चुरा ली है.
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इस संबंध में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी. एसीपी प्रीत विहार शिप्रा गिरी की देखरेख में एसएचओ प्रीत विहार हीरा लाल, एसआई संदीप कुमार, कंस्टेबल योगेश और राम सिंह की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने कई सीसीटीवी फुटेज को सावधानीपूर्वक स्कैन किया. इसके अलावा गुप्त मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया. एक मुखबिर ने खुलासा किया चोरी की वारदात टीएसआर का उपयोग करके किया गया है. सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध विकलांग व्यक्ति टीएसआर चलाते हुए मिला.
हालांकि सीसीटीवी फुटेज में उक्त ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दिख रहा था. इसके बावजूद प्रयासों और तकनीक की मदद से टीएसआर की पहचान कर ली गई. इसके बाद गुप्त सूचना की सत्यता की जांच करने के लिए जीटीबी अस्पताल, दिलशाद गार्डन के पास एक जाल बिछाया गया. जिसमें फंसकर दोनों आरोपी मूसा और अब्दुल गिरफ्तार कर लिए गए. पूछताछ के क्रम में दोनों ने उपरोक्त अपराध में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया. उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल टीएसआर को भी बरामद कर लिया गया.
पूछताछ करने पर आरोपी अब्दुल रहमान ने खुलासा किया कि वह टीएसआर पर चोरी की वारदात को अंजाम देता था, जिसे अब्दुल मूसा चलाता था. उसने आगे खुलासा किया कि उनके निशाने पर बंद घर होते थे. उसकी पत्नी बांग्लादेश की रहने वाली है. वह कोलकाता में एजेंट के बैंक खातों में चोरी की रकम ट्रांसफर करता था. एजेंट आगे पत्नी तस्लीमा को राशि हस्तांतरित कर देता था. पुलिस ने एजेंट के बैंक खाते का विवरण प्राप्त कर लिया गया है और सत्यापित किया जा रहा है. वहीं आरोपी अब मूसा ने बताया कि वह टीएसआर ड्राइवर है. कमीशन के लिए वह अब्दुल रहमान को सवारी देता था. दोनों ने विवेक विहार और पंजाबी बाग थाने इलाके में चोरी की नौ वारदात को अंजाम दिया है.
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