नई दिल्लीः लॉकडॉउन के बाद से उन दिहाड़ी मजदूरों पर पहाड़ टूट पड़ा है, जो रोजाना कमा कर अपना घर चलाते हैं. इसमें तमाम को प्रवासी मजदूर भी हैं. जो कि अलग-अलग राज्यों से आकर देश की राजधानी दिल्ली में रहकर अपना परिवार चलाते हैं. लेकिन अचानक लॉकडाउन हो जाने के बाद मानो उनके जीवन में घोर अंधेरा छा गया हो.
अब ना तो वह इस लॉकडाउन में अपने घरों को जा पा रहे हैं. और ना ही उन्हें यहां पर पर्याप्त राशन या खाना मिल रहा है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर और अजीत नगर जिसे प्रवासी मजदूरों का गढ़ कहा जाता है. यहां उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, उत्तराखंड समेत कई अलग-अलग राज्यों से मजदूर आकर रह रहे हैं.