नई दिल्ली/ नोएडा : एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) थाने की टीम ने अपना घर आश्रम में रह रहीं मानसिक रूप से कमजोर दो महिलाओं को परिजनों से मिलाया. अपनों से मिलने के बाद परिजनों की आंखे नम हो गईं. काफी तलाश के बाद भी इनका पता नही चला था और इनका परिवार इनसे मिलने की आस छोड़ चुका था. बिहार से लापता 28 वर्षीय बेटी को पाने पर पिता की आखों से खुशी के आंसू छलक गए. दोनों परिवारों ने पुलिस का आभार जताया. गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नर निर्देश पर पुलिस उपायुक्त महिला एवं बाल सुरक्षा के नेतृत्व में हुई कार्रवाई का ये सुखद परिणाम सामने आया.
पुलिस ने बिछड़ों को परिवार से मिलाया :थाना एएचटीयू की टीम ने 23 नवम्बर 2022 से शेल्टर होम अपना घर आश्रम सेक्टर 34 नोएडा में काउन्सलिंग के दौरान एक 50 साल की महिला को मेरठ के शेल्टर होम दयाल अपना घर से अपना घर आश्रम नोएडा के सेक्टर 34 लाया गया था. उसने बताया कि वह जिला बुलन्दशहर जिले की हरचना गांव की निवासी है और कहने लगी कि मुझे मेरे घर पहुंचा दो. महिला ने अपने भाई का नाम बब्बन उर्फ राजवीर बताया. एएचटीयू टीम ने गुगल ऐप से गांव हरचना, बुलन्दशहर को सर्च किया जो गुलावटी थाना के अंतर्गत है. उसके बाद तत्काल सम्बन्धित थाने से सम्पर्क करते हुए महिला के बारे में बताया गया और उसके भाई से बात की गई. महिला के भाई ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसके कारण वह बिना बताए घर से कहीं चली गई थी. एएचटीयू टीम ने उसे उसके भाई राजवीर उर्फ बब्बन के हवाले कर दिया.
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