नई दिल्ली/नोएडा:किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार कोग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ऑफिस पर प्रदर्शन किया. पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत भारी संख्या में किसान प्राधिकरण के गोल चक्कर पर इकट्ठा हुए और जुलूस के रूप में आगे बढ़े. प्राधिकरण की तरफ बढ़ रहे किसानों व पुलिस के बीच झड़प हुई. पुलिस ने किसानों को प्राधिकरण के गेट पर कब्जा करने से रोक लिया, लेकिन किसानों ने गेट नंबर एक और गेट 2 पर कब्जा करते बंद कर दिया. किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 43 दिनों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के हल्ला बोल प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई थी.
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रुपेश वर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राधिकरण की सीईओ बेहद कमजोर अधिकारी हैं और वह किसान विरोधी है. वह किसानों की समस्याओं का हल करना नहीं चाहती है, जबकि 50 गांव के हजारों किसान अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. लोकतंत्र में इस तरह की संवेदनहीनता काबिले बर्दाश्त नहीं है. अधिकारियों को सेवक की तरह व्यवहार करना चाहिए और किसानों की वाजिद समस्याओं का तुरंत समाधान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अबकी बार किसान किसी आश्वासन के लिए नहीं आए हैं, बल्कि ठोस नतीजे प्राप्त करने आए हैं. किसान अपनी मांगों को लेकर एक साल तक धरना प्रदर्शन करने की शुरुआत कर चुके हैं.