नई दिल्ली:उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी इलाके में हुई मारपीट और बाइक की तोड़फोड़ का सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि, नंद नगरी के ई-ब्लॉक मस्जिद के पास खास समुदाय के लड़कों ने वाल्मीकि जयंती शोभा यात्रा पर पथराव किया, साथ ही यात्रा में शामिल लड़कों के साथ मारपीट की और उनकी बाइक में भी तोड़फोड़ की. इस मामले का संज्ञान में आने के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी डॉक्टर जॉय टीर्की ने बयान जारी कर कहा कि, वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा झूठा हैं. इस घटना का वाल्मीकि जयंती यात्रा से कोई संबंध नहीं हैं.
वाल्मीकि जयंती शोभा यात्रा पर पथराव, मारपीट के दावे को दिल्ली पुलिस ने बताया झूठा
वाल्मीकि जयंती शोभा यात्रा पर पथराव मामले में डीसीपी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है, मारपीट और तोड़फोड़ में शामिल आरोपियों की तलाश की जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि मारपीट की घटनाजुलूस से जुड़ी नहीं है, जिस जगह पर घटना घटी है, वह रास्ता जुलूस के लिए निर्धारित नहीं था. Valmiki Jayanti Shobha Yatra, stone pelting in Valmiki Jayanti Shobha Yatra
Published : Oct 30, 2023, 6:54 AM IST
डीसीपी ने बताया की, "28 अक्टूबर शाम दिलशाद गार्डन में रहने वाला 19 वर्षीय अंकित अपने दोस्तों के साथ दिलशाद गार्डन से नंद नगरी वाल्मीकि जयंती जुलूस में भाग लेने के लिए जा रहा था, वह 5-6 दोपहिया वाहनों पर लगभग 10-12 लड़कों के साथ था. जुलूस तक पहुंचने के लिए अंकित अपने साथियों के साथ नंद नगरी ई ब्लॉक मस्जिद के सामने से गुजर रहा था. वे सभी तेजी से गाड़ी चला रहे थे साथ ही नारेबाजी भी कर रहें थे. दो पहिया वाहनों पर सवार अन्य लड़के वहां से गुजरने में कामयाब रहे, जबकि अंकित और सिद्धू को कुछ खास समाज के लड़कों ने ई ब्लॉक मस्जिद के पास रोक लिया. इसके बाद विवाद हुआ जिसमें अंकित और सिद्धू की पिटाई की गई और उनकी मोटरसाइकिलों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया."
घटना के बाद अंकित और सिद्धू दोनों को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर ने अंकित के एमएलसी पर 'कोई नई चोट' नहीं होने का जिक्र किया. जबकि, सिद्धू के एमएलसी डॉक्टर ने मारपीट की पुस्टि की. डीसीपी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है, मारपीट और तोड़फोड़ में शामिल आरोपियों की तलाश की जा रही है. डीसीपी ने बताया कि मारपीट की घटनाजुलूस से जुड़ी नहीं है, जिस जगह पर घटना घटी है, वह रास्ता जुलूस के लिए निर्धारित नहीं था, घटनास्थल और जुलूस की दूरी तकरीबन आधा किलोमीटर था.
जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया था, उसमें दो इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी सहित काफी तादात में पुलिसकर्मी तैनात थे. इसके अलावा, जुलूस में कोई मोटरसाइकिल नहीं थी. सभी लोग या तो पैदल या झांकियों पर थे. डीसीपी के मुताबिक दोषियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. कुछ स्थानीय लड़कों को हिरासत में लिया गया है. मामले में आगे की जांच जारी है.