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40 पिस्तौल के साथ हथियार तस्कर चढ़ा क्राइम ब्रांच ने हत्थे, MP से खरीदकर NCR में करता था सप्लाई

क्राइम ब्रांच को आरोपी के पास से एक कार्बाइन, 40 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और 20 मैगज़ीन बरामद हुई है. आरोपी अब तक दिल्ली एनसीआर में 100 से ज्यादा हथियार सप्लाई कर चुका है, वो मध्य प्रदेश से हथियारों की खेप लेकर आता था.

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Published : Sep 24, 2019, 8:05 PM IST

MP से खरीदकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करता था हथियार

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश से हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई करने वाला एक तस्कर क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया है. आरोपी इरशाद के पास से पुलिस ने कई सारे हथियार भी बरामद किए हैं. आरोपी का एक बड़ा नेटवर्क है और वो दिल्ली में अब तक 100 से ज्यादा हथियार सप्लाई कर चुका है.

क्राइम ब्रांच के जाल में फंसा आरोपी

40 पिस्तौल बरामद

क्राइम ब्रांच को आरोपी के पास से एक कार्बाइन, 40 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और 20 मैगज़ीन बरामद हुई है. आरोपी अब तक दिल्ली एनसीआर में 100 से ज्यादा हथियार सप्लाई कर चुका है, वो मध्य प्रदेश से हथियारों की खेप लेकर आता था. डीसीपी जी. रामगोपाल नायक के अनुसार दिल्ली में बीते कुछ दिनों में जिस तरह से अपराध में हथियार का इस्तेमाल हो रहा है, उसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लगातार छानबीन कर रही थी. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि इरशाद नामक युवक दिल्ली-एनसीआर में हथियार सप्लाई करता है, वो हथियारों की खेप लेकर सप्लाई करने के लिए सोमवार रात गाजीपुर इलाके में आएगा.

छापा मारकर किया गिरफ्तार
इस जानकारी पर एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में पुलिस टीम ने छापा मारकर उसे आई10 कार में जाते समय पकड़ लिया. तलाशी में उसके बैग से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद हुए.

10 से 15 हजार में बेचता था पिस्तौल
डीसीपी रामगोपाल नायक के अनुसार आरोपी इरशाद मध्य प्रदेश के एक गांव से हथियार खरीदकर उन्हें दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई करता था. वह 10 से 15 हजार में खरीदी गई पिस्तौल को यहां 35 से 45 हजार रुपये में बेचता था. डीसीपी के अनुसार वो लगभग एक साल से इस काम में लिप्त था. अब तक 100 से ज्यादा पिस्तौल दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई की जा चुकी है.

जेल में बना हथियार का नेटवर्क
आरोपी इरशाद ने पुलिस को बताया कि वो यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला है. वह पहले एक बिजली कंपनी में मीटर लगाने की नौकरी करता था. इसके बाद वह कपड़े एक्सपोर्ट का काम करने लगा, जिसमें उसे काफी घाटा हुआ. साल 2016 में उसे एयरपोर्ट पुलिस ने नशीले पदार्थ की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में वो नवंबर 2018 में जेल से बाहर निकला था. जेल में रहने के दौरान कई हथियार तस्करों से उसकी दोस्ती हो गई और जेल से बाहर आने के बाद उनकी मदद से वह हथियारों की तस्करी कर रहा था.

नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश जारी

डीसीपी के अनुसार इस मामले में पूरे नेटवर्क को लेकर पुलिस की टीम काम कर रही है. एक तरफ जहां हथियार बनाने वालों की तलाश की जा रही है तो दूसरी तरफ उन बदमाशों की तलाश की जा रही है जो इरशाद से हथियार खरीदते थे.

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