नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची की हालत अब पहले से बेहतर होने लगी (condition of newborn girl found in bushes improved) है. बच्ची का इलाज राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) में चल रहा है. राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि बच्ची यहां किस हालत में एडमिट की गई थी और उसकी हालत में कितना सुधार है. गौरतलब है कि एसएचओ की पत्नी ने नवजात बच्ची को फीडिंग कराकर बचाया था, जिसको लेकर उनकी जमकर प्रशंसा हो रही है.
दरअसल 20 दिसंबर को नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में शारदा हॉस्पिटल के पास, एक नवजात बच्ची झाड़ियों में मिली थी. इसके बाद नॉलेज पार्क थाना प्रभारी विनोद कुमार और उनकी पत्नी के द्वारा बच्ची की देखभाल की गई. इतना ही नहीं, थाना प्रभारी की पत्नी प्रीति सिंह ने बच्ची को स्तनपान कराया और फिर उसे ग्रेटर नोएडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक ब्रिगेडियर डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि संस्थान में नवजात अज्ञात बच्ची का इलाज चल रहा है. पुलिस द्वारा बच्ची को पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) ने बच्ची को यहां रेफर कर दिया था.
उन्होंने बताया कि, बच्ची जिस समय अस्पताल आई थी उस समय उसकी हालत बहुत खराब थी और उसका ब्लड शुगर लेवल कम था. बच्ची का शुरुआती इलाज विभागध्यक्ष डॉ. रुचिका भटनागर और डॉ. सुरैया मुखोपाध्याय की देखरेख में किया गया. बच्ची को पीलिया भी था, जो अब ठीक हो गया है. बच्ची के बाएं पैर में चोट होने की वजह से प्लास्टर बंधा हुआ है. उन्होंने बताया कि बच्ची की हालत अब पहले से बहुत बेहतर है और बच्ची अब दूध भी पी रही है. वहीं डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बच्ची अब पहले से काफी बेहतर और एक्टिव भी नजर आ रही है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बच्चे अच्छी तरह से दूध पी रही है और बच्ची का इलाज और संपूर्ण केयर बाल रोग विभाग के समस्त सदस्य और स्टाफ पूरे मन से कर रहे हैं.