नई दिल्ली:नागरिकता संशोधन कानून पर देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर ईटीवी भारत ने कुछ अहम मुसलमानों से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि सीएए गरीबों मजदूरों और किसानों के विरोध है. साथ ही उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्रों पर हुई बर्बरता की कड़े शब्दों में निंदा की.
'देश को बचाने की लड़ाई'
ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के सेक्रेटरी जनरल डॉक्टर मोहम्मद मंजूर आलम ने कहा कि मोदी सरकार लोगों को बांटने का काम कर रही है. और यह सरकार लोगों में जज्बाती बंटवारे करने के लिए कानून लेकर आई है. डॉक्टर मंजूर ने यह भी कहा कि छात्रों के ऊपर की गई पुलिस की तरफ से कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री ने निंदा की है लेकिन वही पुलिस ने जिस बर्बरता का सुबूत पेश किया है और निहत्थे छात्रों पर लाठियां बरसाईं है उनका कोई जिक्र नहीं किया. यह बेहद अफसोस के काबिल है.
मिल्ली काउंसिल के जिम्मेदार मंजूर आलम का यह भी कहना था कि सबसे अधिक अहम लड़ाई इस वक्त देश को बचाने की है, और भारत की जनता को कोई नहीं डरा सकता, सभी को एक साथ लड़ना होगा.