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Delhi Flood: अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा, इन कारणों से फिर डूबेगी दिल्ली! - दिल्ली में बाढ़ खतरा

दिल्ली में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराता नजर आ रहा है, क्योंकि राजधानी में यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है.

अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा
अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा

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Published : Jul 22, 2023, 3:53 PM IST

Updated : Jul 22, 2023, 9:56 PM IST

अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा

नई दिल्ली:दिल्ली में अभी बाढ़ का खतरा टला नहीं है. हिमालय क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह से वहां से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है. फिलहाल हथिनी कुंड बैराज से पानी का डिस्चार्ज 1000 मीटर प्रति घंटा बढ़ गया है, जो दिल्ली के लिए खतरे की घंटी है. इसके अलावा दिल्ली में आईटीओ स्थित बैराज के सभी गेट न खुलने के कारण भी यमुना के पानी का बहाव तेजी से आगे की ओर नहीं हो पा रहा है. यह भी दिल्ली में बाढ़ आने का एक कारण बन सकता है.

ऐसे बनी बाढ़ की स्थिति:आईटीओ स्थित बैराज के पांच में से 2 ही गेट खोलने में अभी तक सेना और हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग के इंजीनियरों को सफलता मिली है. उल्लेखनीय है कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण 11 जुलाई को यमुना खादर के इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया गया था. इसके बाद जलस्तर लगातार बढ़ने से 12 जुलाई को राजधानी के विभिन्न इलाकों में भारी मात्रा में बाढ़ का पानी घुस गया था. यह पानी कई रिहायशी इलाकों यमुना बाजार, सिविल लाइंस और लाल किले तक पहुंच गया था. इसके साथ ही राजघाट का इलाका भी पूरी तरह से पानी में डूब गया था.

यमुना का जलस्तर

हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी: पिछले दो दिनों से हथिनीकुंड बैराज से फिर पानी छोड़ा गया है. यह पानी दिल्ली पहुंचने पर यमुना का जलस्तर फिर से खतरे के निशान से ऊपर जाना तय है. अभी बीते 2 दिन से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से लगातार ऊपर नीचे हो रहा है. इसके साथ ही मौसम विभाग द्वारा शनिवार और रविवार को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं सोमवार को तेज बारिश की संभावना है. इससे भी यमुना का जलस्तर बढ़ना तय है, जो दिल्ली के लिए शुभ संकेत नहीं है.

अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा

जाम गेट को खोलने की कवायद जारी: बता दें, आईटीओ स्थित बैराजके गेट 35 साल से खोलने की जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि यमुना का जल स्तर इतने साल में कभी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर नहीं गया. आईटीओ बैराज पर मौजूद हरियाणा सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लंबे समय से गेट न खुलने से सिल्ट में दबकर गेट पूरी तरह जाम हो चुका है. इसके आलावे अभी पीछे से जो पानी का बहाव है उसके साथ मिट्टी भी ज्यादा आ रही है, इसकी वजह से गेट के ऊपर वजन बढ़ता जा रहा है, जिससे गेट खोलने में और मुश्किल हो रही है. हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग, सेना और नौसेना के जवान यहां गेट खोलने के काम में लगे हुए हैं. अगर ये बचे हुए तीनों गेट खुल जाते हैं तो दिल्ली के रिहायशी इलाकों में पानी भरने का खतरा कम हो जाएगा.

ऐसे बनी बाढ़ की स्थिति
Last Updated : Jul 22, 2023, 9:56 PM IST

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