दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

चालान के डर से सुधर गए दिल्ली वाले! नियमों के उल्लघंन में आई 80% तक की गिरावट - etv bharat live

नए मोटर व्हीकल एक्ट के बाद दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लगभग 80 फीसदी लोगों ने अपनी आदत सुधार ली है. चालान के डर से लोग जेब्रा क्रोसिंग से पहले ही अपनी गाड़ी रोक लेते हैं.

नए मोटर व्हीकल एक्ट से सुधर रहे हैं हालात, सड़क चालन में आई 80 फीसदी तक गिरावट etv bharat

By

Published : Sep 20, 2019, 6:07 PM IST

नई दिल्ली: देशभर में मोटर व्हीकल में हुआ संसोधन एक सितंबर से लागू हो चुका है. राजधानी में भी इस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है और इसका फायदा भी देखने को मिल रहा है. आपको जान कर हैरानी होगी कि दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लगभग 80 फीसदी लोगों ने अपनी आदत सुधार ली है.

चालान में आई 80 फीसदी तक गिरावट

इसकी वजह से अब दिल्ली की सड़कों पर होने वाले चालान में 75 फीसदी से ज्यादा की कमी आ गई है.

जेब्रा क्रोसिंग से पहले रोक लेते हैं लोग गाड़ियां
ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों की माने तो एक सितंबर से ट्रैफिक पुलिस ने नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत तय की गई राशि के चालान किये तो लोग परेशान हो गए. लेकिन अब धीरे-धीरे उन्होंने ट्रैफिक नियमों का पालन करना शुरू कर दिया है. वह जेब्रा क्रोसिंग से पहले अपनी गाड़ी रोक रहे हैं और लालबत्ती जम्प करने से बच रहे हैं.

दुपहिया चालक बिना हेलमेट के निकलने से बचते हैं. कार चालक सीट बेल्ट लगाकर चलने लगे हैं. यह बदलाव इसलिए देखने को मिल रहा है क्योंकि कोई भी वाहन चालक गलती से भी ट्रैफिक नियम तोड़ने का आर्थिक दंड नहीं भुगतना चाहता है.

कम हो रहे सड़क पर चालान
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार राजधानी में वाहन चालक अब यातायात नियमों का पूरा सम्मान कर रहे हैं. जिसकी वजह से चालान की संख्या में लगभग 80 फीसदी की कमी आई है. इस वर्ष 15 अगस्त से लेकर 30 अगस्त के बीच 3,48,200 चालान किए गए. वहीं नया मोटर व्हीकल एक्ट एक सितंबर से लागू होने के बाद 15 सितंबर तक 73,700 चालान किए गए हैं. अब रोजाना औसतन 4900 चालान किये जा रहे हैं जो पहले रोजाना लगभग 23 हजार हो रहे थे.

ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि जिस तरह से दिल्ली की सड़कों पर सुधार देखने को मिल रहा है, उससे आने वाले समय में सड़क हादसों में भी कमी आएगी. सड़क हादसों में होने वाली मौत का सबसे बड़ा कारण ट्रैफिक नियमों का पालन ना करना होता है. अब लोग बड़ी संख्या में ट्रैफिक नियमों का पालन कर रहे हैं तो सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या भी कम होती चली जायेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details