नई दिल्ली:हिंदू कैलेंडर का चौथा महीना आषाढ़ होता है. 5 जून सोमवार से इस मास की शुरुआत हो रही है. यह 3 जुलाई को समाप्त होगा. आषाढ़ मास की शुरुआत होते ही व्रत और त्योहारों का सिलसिला भी आरंभ हो जाएगा. शिव शंकर ज्योतिष एवं अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष आचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक आषाढ़ मास का पहला व्रत संकष्ठी चतुर्थी व्रत है, जो 7 जून 2023 (बुधवार) को है.
आषाढ़ मास के व्रत-त्योहार:
- 5 जून 2023 (सोमवार): आषाढ़ मास आरम्भ
- 7 जून 2023 (बुधवार): संकष्टी चतुर्थी
- 9 जून 2023, (शुक्रवार): पंचक प्रारंभ
- 10 जून 2023, (शनिवार): कालाष्टमी
- 11 जून 2023, (रविवार): शीतलाष्टमी
- 13 जून 2023, (मंगलवार): पंचक समाप्त
- 14 जून 2023, (बुधवार): योगिनी एकादशी व्रत
- 15 जून 2023, (गुरुवार): प्रदोष व्रत
- 16 जून 2023, (शुक्रवार): मासिक शिवरात्रि
- 17 जून 2023, (शनिवार): रोहिणी व्रत
- 18 जून 2023, (रविवार): आषाढ़ अमावस्या
- 19 जून 2023, (सोमवार): गुप्त नवरात्रि प्रारंभ
- 20 जून 2023, (मंगलवार): जगन्ननाथ रथयात्रा.
- 22 जून 2023, (गुरुवार): विनायक चतुर्थी
- 25 जून 2023, (रविवार): भानू सप्तमी
- 26 जून 2023, (सोमवार): मासिक दुर्गाष्टमी
- 29 जून 2023, (गुरुवार): देवशयनी एकादशी
- 03 जुलाई 2023, (सोमवार): आषाढ़ पूर्णिमा
जून महीने के प्रमुख व्रत-त्योहार:
5 जून 2023 (सोमवार): आषाढ़ मास आरम्भ:ज्येष्ठ पूर्णिमा के साथ ज्येष्ठ माह समाप्त हो जाएगा. ज्येष्ठ के बाद आषाढ़ माह की शुरुआत होगी. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक ज्येष्ठ चौथा महीना होता है. ऐसी मान्यता है कि इस मास में सभी देवी देवता विश्राम करते हैं.