हैदराबाद: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज अब अपने अंतिम मोड़ पर आ पहुंची है. दोनों चिर प्रतिद्वंदी टीमों के बीच आखिरी मुकाबला, 16 सितंबर को ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर के मैदान पर खेला जाएगा. पहला मैच मेहमान टीम ने 19 रन से जीतकर अपने नाम किया था, जबकि दूसरे मैच में इंग्लैंड ने शानदार वापसी करते हुए ना सिर्फ मैच 24 रन से जीता बल्कि सीरीज में जबरदस्त वापसी भी की थी. अब अंतिम मैच जो टीम भी जीतने में कामयाब होगी वह एकदिवसीय सीरीज पर भी अपना कब्जा जमा लेगी.
तीसरे वनडे के लिए किसी भी टीम को जीत का फेवरेट नहीं कहा जा सकता. वनडे सीरीज से पहले खेली गई तीन टी20 मैचों की सीरीज मेजबान इंग्लैंड ने भले ही 2-1 से जीतकर अपने नाम की हो लेकिन अंतिम टी20 और पहला एकदिवसीय जीत कंगारू टीम ने बेहतरीन वापसी की.
वनडे सीरीज के पहले दो मैचो पर नजर डाली जाए तो अभी तक खेले गए दोनों मुकाबले काफी करीबी अंतर पर जाकर समाप्त हुए. दोनों मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने जहां बढ़िया बल्लेबाजी का उदाहरण पेश किया, तो वही इंग्लैंड के खिलाड़ी रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए.
खासतौर से अगर मेजबान टीम के मध्यक्रम पर नजर डाली जाए तो सैम बिलिंग्स को छोड़ कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना सका. सीधे शब्दों में कहा जाए तो इंग्लैंड को अपने स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की पूरी-पूरी कमी खली है. जाहिर सी बात है अगर इंग्लैंड को वनडे सीरीज पर कब्जा जमाना है तो टीम के बल्लेबाजों को अब जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी.