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ओलंपिक: अतीत के कुछ रोचक पहलू...

टोक्यो ओलंपिक में भारत की ओर से 100 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. स्विमिंग समेत कई ऐसे इवेंट हैं, जिसमें भारत पहली बार जगह बनाने में कामयाब हुआ है. जानते हैं ओलंपिक से जुड़े कुछ रोचक पहलू.

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टोक्यो ओलंपिक 2020

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Published : Jul 15, 2021, 4:30 PM IST

नई दिल्ली:टोक्यो ओलंपिक करीब हैं. ऐसे में पिछले ओलंपिक खेलों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य हम आपको बताएंगे. इस श्रृंखला में साल 1904 और 1908 में हुए ओलंपिक से जुड़े कुछ अहम बिंदू और रोचक पहलू इस प्रकार हैं.

1904, सेंट लुई, अमेरिका

  • साल 1904 में ओलंपिक खेल पहली बार यूरोप से बाहर आयोजित किए गए.
  • इन्हीं खेलों में तीन पदक देने का प्रारूप शुरू हुआ, जो अब तक जारी है. पहली बार स्वर्ण पदक दिए गए.
  • मुक्केबाजी, डंबल, फ्रीस्टाइल कुश्ती और डेकॉथलन खेलों ने पदार्पण किया.
  • अमेरिकी जिमनास्ट जार्ज इजर ने कृत्रिम पैर लगाकर इन खेलों में हिस्सा लिया था और तीन स्वर्ण सहित छह पदक अपने नाम किए. जब वह युवा थे तो एक ट्रेन हादसे में उन्होंने अपना बायां पैर गंवा दिया था.
  • साल 1904 में सेंट लुईस तक पहुंचने की समस्या और रूस-जापान युद्ध के कारण यूरोपीय तनाव की वजह से कुल 630 खिलाड़ियों में से 523 अमेरिका के ही थे. आधी से ज्यादा स्पर्धाओं में पूरी तरह से घरेलू प्रतिस्पर्धियों ने ही हिस्सा लिया.
  • अमेरिका ने 239 पदक हासिल किए, जो एक ओलंपिक में किसी देश के सबसे ज्यादा पदक हैं.
  • तैराकी की स्पर्धाएं मैदान पर बनाई गई कृत्रिम झील में आयोजित की गई.
  • मैराथन धूलभरी सड़क पर हुई थी और तेज गर्मी में इस पर धावकों के दौड़ने से धूल उड़ रही थी और वहां पानी का केवल एक ही स्टेशन था.
  • दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार इन खेलों में हिस्सा लिया था. उनके आठ खिलाड़ियों में से दो धावक लेन टाऊ और जान माशियानी थे. रेस के बीच में ही लेन के पीछे कुत्ते पड़ गये थे, जिन्होंने एक मील तक उनका पीछा किया था.

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1908, लंदन ओलंपिक

  • इन खेलों का आयोजन रोम में होना था, लेकिन साल 1906 में वेसुवियस ज्वालामुखी पर्वत में हुए उग्र विस्फोट से नेपल्स शहर में काफी तबाही मचाई थी और वित्तीय संकट को देखते हुए इन्हें लंदन में आयोजित किया गया.
  • ये खेल 188 दिन तक चले थे. हालांकि, आधिकारिक उद्घाटन समारोह 13 जुलाई तक नहीं हुआ. लेकिन 1908 ओलंपिक खेल 27 अप्रैल को रैकेट प्रतियोगिता से शुरू हुए और हॉकी फाइनल के साथ 31 अक्टूबर को खत्म हुए.
  • पहली बार ओलंपिक के लिए विशेष रूप से एक स्टेडियम का निर्माण किया गया था. वाइट सिटी स्टेडियम खेलों के आकर्षण का केंद्र बन गया, जिसमें दौड़ने के लिए ट्रैक ही नहीं बल्कि तरणताल, साइक्लिंग ओवल के अलावा कुश्ती और जिमनास्टिक्स मंच भी था.
  • इन्हीं खेलों में पहली बार ओलंपिक की तैराकी स्पर्धा खुले पानी में नहीं, बल्कि 66,000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम में हुई. जो अपने पसंदीदा तैराक के लिए चीयर कर सकते थे. वहीं गोताखोरी के लिए भी एक विशेष मुड़ने वाली 'टॉवर' बनाई गई थी.
  • लंदन ओलंपिक के दौरान पहली बार खिलाड़ी अपने राष्ट्रीय ध्वज के पीछे परेड में शामिल हुए. इसमें 13 जुलाई 1908 को किंग एडवर्ड सप्तम ने हिस्सा लिया था.
  • मैराथन 195 मीटर तक बढ़ाई गई थी, ताकि यह रेस 'विंडसर महल' की नर्सरी की खिड़की से शुरू होकर स्टेडियम के रॉयल बाक्स के सामने समाप्त हो सके. यह 42.195 किमी की दूरी बाद में साल 1924 ओलंपिक से आधिकारिक दूरी बन गई.
  • जॉन टेलर पहले अश्वेत ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी बने. वह अमेरिका की चार गुणा 400 मीटर स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे.
  • पुरूषों की एक शॉट की 100 मीटर दौड़ने की 'डीयर स्पर्धा' 1908 ओलंपिक में शुरू की गई. इस स्पर्धा में हिरन के आकार का लक्ष्य था. स्पर्धा के हिसाब से निशानेबाज प्रत्येक दौड़ में एक या दो शॉट में निशाना लगाता था.
  • एथलेटिक्स स्पर्धा पहली बार शामिल की गई, रिले को 'ओलंपिक रिले' पुकारा गया. खिलाड़ियों ने 200 मीटर, 400 मीटर और 800 मीटर की दौड़ में हिस्सा लिया.
  • आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने आस्ट्रालासिया के नाम से एक दल के रूप में प्रतिनिधित्व किया.

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