हैदराबाद:जी साथियान भारत के सफल टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं. वह विभिन्न प्रतियोगिताओं में अब तक 13 पदक जीत चुके हैं, जिनमें पांच स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक शामिल हैं. साल 2018 में उन्होंने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था.
इसी साल साथियान एशियन गेम्स में टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने में सफल रहे. साथियान ने क्रोएशिया में यूरोपीय चैंपियन जोर्जिक डार्को पर अपनी जीत से आत्मविश्वास हासिल किया. वह हाल ही में बुडापेस्ट में डब्ल्यूटीटी चैंपियंस में भाग लेने वाले पहले भारतीय बने.
जी साथियान ने ओलंपिक में भी भाग लिया था. हालांकि, उनका सपना निचले क्रम के खिलाड़ी सिउ हैंग लैम से मिली हार के बाद समाप्त हो गया था. साथियान के कोच सुब्रमण्यम रमन ने इसको लेकर बहुत विचार-विमर्श किया. जब कोच ने साथियान ने खेल का आत्मनिरीक्षण किया, तब पता चला कि साथियान खेल को लेकर आक्रामक रवैया अपनाए हुए हैं. वह पहले से कहीं ज्यादा आत्मविश्वासी हैं.
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परिणाम भी उनकी प्रगति को दर्शाते हैं. साथियान ने क्रोएशिया में यूरोपीय चैंपियन जोर्जिक डार्को को हराया और हाल ही में बुडापेस्ट में डब्ल्यूटीटी चैंपियंस में भाग लेने वाले पहले भारतीय बने. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया, बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर वे तैयार हैं और पदक जीतने की इच्छा रखते हैं.