बेंगलुरू : भारत और पाकिस्तान के बीच सैफ फुटबॉल चैम्पियनशिप के मैच के दौरान यहां वेस्ट ब्लॉक ब्लूज स्टैंड पर एक बड़े से बैनर पर लिखा था, 'अमर है नंबर 11'. यह सुनील छेत्री के लिये दर्शकों की ओर से सम्मान की बानगी थी जिन्होंने भारतीय कप्तान के हर मूव की हौसलाअफजाई की. श्री कांतीर्वा स्टेडियम में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 4-0 से जीत दर्ज की जिसमें 11 नंबर की जर्सी वाले छेत्री की हैट्रिक शामिल थी.
38 बरस की उम्र में जब खिलाड़ी संन्यास के बारे में सोचने लगते हैं, तब भी छेत्री दर्शकों के लिये आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र है. उनके खेल पर मानो उम्र का कोई असर ही नहीं है. पिछले शनिवार को भारत ने फीफा रैंकिंग में अपने से बेहतर टीम लेबनान को 2-0 से हराकर इंटर कांटिनेंटल कप जीता और उसमें भी पहला गोल छेत्री का था. भारी बारिश के बीच भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच में स्टेडियम में दर्शक भारी संख्या में उमड़े थे और उन्हें जीत से कम कुछ गंवारा नहीं था. भारत और पाकिस्तान के बीच खेल के मैदान पर बरसों से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता हर मुकाबले को खास बनाती आई है और छेत्री अपनी ओर से इसे यादगार बनाना चाहते थे.
छेत्री ने आईएसएल के एक वीडियो में कहा था, 'पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले जब भी हम खिलाड़ियों से मिलते तो काफी दोस्ताना बात होती है. मैं एक या दो बार पाकिस्तान गया तब भी काफी दोस्ताना माहौल था. वे पंजाबी बोलते हैं और हम भी पंजाबी में बात करते थे. लेकिन सीटी बजने के बाद पता नहीं क्या हो जाता है. उन्होंने कहा, 'शायद हमारी और उनकी परवरिश ही ऐसे हुई है. हम उनसे कभी नहीं हारना चाहते और यही बात उनके बारे में भी कही जा सकती है'.