नई दिल्ली:खेल मंत्रालय ने विश्व फुटबॉल की संचालन संस्था फीफा और एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) से अनुरोध किया है कि वह अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) पर प्रतिबंध के बावजूद भारतीय क्लबों श्री गोकुलम केरल एफसी और एटीके मोहन बागान को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति दें. फीफा द्वारा सोमवार (15 अगस्त) की देर रात एआईएफएफ को निलंबित करने से अजीब स्थिति पैदा हो गई क्योंकि गोकुलम केरल की महिला टीम अपनी दूसरी एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान पहुंच चुकी थी.
महिला टीम को 23 अगस्त को ईरान की एक टीम और 26 अगस्त को मेजबान देश की एक टीम के खिलाफ खेलना है जबकि एटीके मोहन बागान सात सितंबर को बहरीन में एएफसी कप 2022 (अंतर क्षेत्र सेमीफाइनल) में खेलने की तैयारी कर रहा है. मंत्रालय ने फीफा और एएफसी को ईमेल लिखकर उन्हें इस तथ्य से अवगत कराया गया कि फीफा के एआईएफएफ के निलंबन की घोषणा करने से पहले ही गोकुलम केरल की टीम उज्बेकिस्तान पहुंच गई थी.
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मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा, फीफा और एएफसी से अनुरोध किया गया है कि युवा खिलाड़ियों के हित में टीम को एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप (पश्चिम क्षेत्र) में खेलने की अनुमति देने पर विचार करें. मंत्रालय ने कहा, कि वह टीम को हर संभव तरीके से सहायता देने के लिए हम उज्बेकिस्तान में भारतीय दूतावास के संपर्क में है. मंत्रालय गोकुलम टीम के प्रबंधन के साथ भी लगातार संपर्क में है.
प्रतिबंध की खबर के बाद गोकुलम केरल महिला टीम के अध्यक्ष वीसी प्रवीण ने खेल मंत्रालय को फोन किया था और खिलाड़ी उनके साथ खड़े थे. मंत्रालय ने तब इस मामले को एएफसी के साथ उठाया था जिसने टीम के ताशकंद में अतिरिक्त 48 घंटे रुकने की पेशकश की थी. फीफा ने सोमवार को भारत को तीसरे पक्ष से अनुचित प्रभाव के कारण निलंबित कर दिया था और कहा था कि अंडर -17 महिला विश्व कप भारत में आयोजित नहीं किया जा सकता. यह पहली बार है जब एआईएफएफ को अपने 85 साल के इतिहास में फीफा द्वारा प्रतिबंधित किया गया है.