टोक्यो :4 विंटर ओलंपिक और 3 समर ओलंपिक का हिस्सा बनने के बाद "मल्टी-सीजन" एथलीट के नाम से प्रसिध्द सेको हाशिमोतो ने गुरूवार को सुर्खियां बटोरी जब योशीरो मोरी के लिंगभेदी टिप्पणी के चलते पद छोड़ने के बाद सेको को ओलंपिक का नया अध्यक्ष चुना गया.
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56 वर्षीय हाशिमोतो को अपने कार्यकारी बोर्ड की बैठक के बाद टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति के अध्यक्ष का नाम दिया गया. वहीं उस बोर्ड में 80% पुरुष हैं जिसको एक महिला हो तक सेको लीड करेंगी.
बता दें कि 83 वर्षीय योशीरो मोरी, जो एक पूर्व जापानी प्रधानमंत्री हैं, उन्होंने एक मीटिंग के बाद महिलाओं के बारे में लिंगभेदी टिप्पणी की थी जिसके चलते उन्होंने पिछले हफ्ते इस्तीफा दिया था.
सेको हाशिमोतो बनी नई अध्यक्ष योशीरो मोर ने कहा था कि "महिलांए ज्यादा बोलती हैं"
सेको ने अध्यक्ष बनने के बाद कहा, "मैं यहां अव वो वापस करने के लिए आई हूं जो मैने एक एथलीट के तौर पर कमाया था."
इससे पहले हाशिमोतो ने प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा की कैबिनेट में ओलंपिक मंत्री के रूप में कार्य किया था. उन्होंने लिंग समानता और महिला सशक्तिकरण के संबंधित में एक पोर्टफोलियो भी किया था.
उन्होंने लैंगिक समानता के मुद्दे को बार-बार उठाया, और आयोजन समिति की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया, जो पुरुष-प्रधान है, जिसमें कोई महिला उपाध्यक्ष नहीं है और 80% पुरुषों से बना कार्यकारी बोर्ड है. इसमें लगभग 3,500 लोग कार्यरत हैं.
सेको ने कहा, "बेशक, ये बहुत महत्वपूर्ण है कि टोक्यो 2020 एक आयोजन समिति के रूप में लैंगिक समानता के बारे में क्या करता है, ”उन्होंने ये बयान दो पुरुषों के बीच बैठकर दिया जहां सीईओ तोशीरो मुटो और प्रवक्ता मसा टकया मौजूद थें.
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IOC के अध्यक्ष थॉमस बाक ने एक बयान में कहा, "राष्ट्रपति के रूप में एक महिला की नियुक्ति के साथ, टोक्यो 2020 आयोजन समिति भी लिंग समानता के संबंध में एक बहुत महत्वपूर्ण संकेत भेज रही है."