भारतीय कुश्ती संघ के चुनावों की नई तारीखों का ऐलान होते ही एक्शन में आए पहलवान, जानिए कौन सी बड़ी बात बोली
भारतीय कुश्ती संघ के चुनावों की नई तारीखों का ऐलान होते ही भारतीय पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से एक बार फिर मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने न्याय मिलने और सरकार द्वारा किए गए वादे के बारे में बात की है. Wrestling Federation of India . WFI elections .
नई दिल्ली:भारतीय कुश्ती संघ के चुनावों की नई तारीखों का ऐलान हो चुका है. अब नई तारीखों के मुताबिक 21 दिसंबर को चुनाव होने वाले हैं. इन चुनावों को कराने का फैसला सुप्रीम कोर्ट की ओर से पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को हटाने के बाद लिया गया है. चुनावों का नतीजा मतदान वाले दिन ही आ जाएगा. इन चुनावों की डेट कई बार टाली जा चुकी है. WFI elections लगभग 6 महीने पहले होने थे और अब तक कई बार इसकी तारीखें बदली गई हैं लेकिन अब 21 दिसंबर को चुनाव होने वाले हैं.
इन चुनावों से पहले ही भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिली हैं. उन्होंने सरकार से भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को सजा दिलाने और चुनाव में उनके गुट के किसी भी सदस्य को शामिल ना करने के बारे में बात की हैं.
साक्षी मलिक ने इस मुलाकात के बारे में कहा कि,'डब्ल्यूएफआई के चुनावों की तारीखों की घोषणा करने के बाद इस संबंध में हमने उनसे मुलाकात की है. सरकार की बात सुनने के बाद हमने अपना विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन अब सरकार के लिए अपना वादा पूरा करने का समय आ गया है. बृजभूषण सिंह से जुड़े किसी व्यक्ति को महासंघ में पद मिलना नहीं चाहिए. अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार अपने वादे निभाएगी और हमें भी यही उम्मीद है'.
तो वहीं बजरंग पूनिया ने कहा है कि, 'हमें उम्मीद है कि सरकार अपना वादा निभाएगी. हमने सरकार के मुताबिक सब कुछ किया है. अभी सरकार से हमें पूरी उम्मीद है कि वो हमें इंसाफ देगी'. उन्होंने वादा ना पूरा होने पर दोबारा धरना चालू करने पर कहा कि,'हम आगे का आगे देखेंगे. अभी हमें सरकार पर भरोसा है'.
आपको बता दें भारतीय महिला पहलवानों ने Wrestling Federation of India के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद भारतीय पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान उन पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज भी किया गया. साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया इस आंदोलन के प्रमुख थे. अभी बृजभूषण के खिलाफ अदालत में मामला चल रहा है.