नई दिल्ली :भारत की करिश्माई महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम का लक्ष्य अगले महीने होने वाली विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में पदक जीतकर अपने आलोचकों को चुप करना है.
पदक जीतकर आलोचकों को चुप करना चाहती हैं मैरी कॉम - महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम
अगले महीने होने वाली विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में एमसी मैरी कॉम पदक जीतकर अपने आलोचकों को चुप करना चाहती हैं. ये इवेंट तीन अक्टूबर से रूस के एकातेरिनबर्ग में शुरू होगा.
विश्व चैम्पियनशिप तीन अक्टूबर से रूस के एकातेरिनबर्ग में शुरू होगी, जिसमें मैरी कॉम अपना सातवां स्वर्ण पदक जीतना चाहेंगी. हाल के समय में वो विवादों से घिरी रही हैं.
मैरी कॉम ने मीडिया से कहा,"ये टूर्नामेंट बहुत महत्वपूर्ण है. मेरा भारवर्ग ओलंपिक में भी है और इसीलिए मुझे बहुत ध्यान केंद्रित करना पड़ता है. विश्व चैम्पियनशिप से मुझे अपने विरोधियों का मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी जो ओलम्पिक की तैयारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा."
मैरी कॉम ने कहा,"मुझे लगता है कि आलोचकों को चुप कराने का सबसे अच्छा तरीका पदक जीतना है. मैं उन्हें टिप्पणी करने से नहीं रोक सकती."
मैरी कॉम अपने करियर के अखिरी कुछ वर्षो में हैं, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि आगामी टूर्नामेंट उनके लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है.
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मैरी कॉम ने कहा,"मैं ये नहीं कह सकती कि ये अब आसान है या नहीं. मैं निश्चित रूप से रिंग के अंदर ही ऐसा कह सकती हूं. ऐसी कई रणनीतियां हैं जो मेरी प्रतिद्वंद्वी अपना सकती हैं. अगर मैं तुरंत इसे समझने में सक्षम हूं तो यह आसान है या फिर संदेह है कि मैं जीत पाऊंगी या नहीं."