नई दिल्ली: भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कार्यकारी सदस्य भोलानाथ सिंह ने राष्ट्रीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और खेल मंत्री किरण रिजिजू से आईओए के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे द्वारा किए गए कथित धोखाधड़ी की जांच शुरू करने का अनुरोध किया है.
सिंह ने बत्रा को एक पत्र लिखा है, जिसे उन्होंने रिजिजू और संघ के महासचिव राजीव मित्तल को भी मार्क किया है. सिंह ने पांडे पर आरोप लगाते हुए कहा कि पांडे, हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (एचएफआई) के महासचिव भी हैं और उन्होंने महासंघ के बैंक खाते को तेजराज सिंह को संचालित करने की अनुमति दी.
सिंह का कहना है कि तेजराज सिंह को नवंबर 2017 में एचएफआई का संयुक्त सचिव चुना गया था.
सिंह ने अपने पत्र में कहा, 2017 में नए चुनाव होने तक तेजराज सिंह एचएफआई में कोषाध्यक्ष का पद संभाले हुए थे. बशीर अहमद द्वारा आनंदेश्वर पांडे के साथ विवाद को लेकर कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद 2017 की शुरूआत में तेजराज सिंह को कोषाध्यक्ष बनाया गया था.
सिंह ने चेक की एक कॉपी भी अपने पत्र के साथ अटैच किया है, जिस पर 27 नवंबर 2018 की तारीख डली हुई है और इस पर 9.9 लाख रुपये की राशि लिखी हुई है.
उन्होंने कहा," इस चेक पर आनंदेश्वर पांडे और तेजराज सिंह के हस्ताक्षर हैं. कृपया ध्यान दें कि आनंदेश्वर पांडे और तेजराज सिंह ने 2017 से लेकर जनवरी 2020 तक सैकड़ों चेक पर हस्ताक्षर किए, जिसके बाद फरवरी 2020 से वास्तविक कोषाध्यक्ष पृथ्वीपाल सिंह सलूजा को हस्ताक्षर करने की अनुमति दी गई थी. एचएफआई में चेक पर तीन पदाधिकारियों में से किसी दो के ही हस्ताक्षर किए जा सकते हैं."