हांगझोऊ : चीन के हांगझोऊ में भारतीय खिलाड़ियों का 14वें दिन शानदार प्रदर्शन जारी है. पुरुष युगल फाइनल मैच में चिराग-सात्विक ने दक्षिण कोरिया को हराकर एशियाई खेलों में भारत को पहला बैडमिंटन स्वर्ण पदक दिलाया है. साथ ही भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने एशियाई खेल 2023 में इतिहास भी रच दिया है. उन्होंने शनिवार को पुरुष युगल स्पर्धा के फाइनल मैच में दक्षिण कोरिया के चोई सोल्ग्यू और किम वोन्हू को हराकर एशियाई खेल में बैडमिंटन के सूखे को खत्म कर दिया है.
शनिवार को पुरुष युगल बैडमिंटन फाइनल में इस जोड़ी ने स्वर्ण पदक अपने नाम कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया है. बता दें कि, इससे पहले भारत ने एशियाई खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में कभी गोल्ड मेडल नहीं जीता था. पीवी सिंधु ने जकार्ता में आयोजित 2018 के एशियाई खेल में महिला एकल स्पर्धा में सिर्फ रजत पदक जीता था, जो सात्विक-चिराग के स्वर्ण पदक जीतने से पहले सर्वोच्च पदक था.
बैडमिंटन के पुरुष युगल स्पर्धा में विश्व रैंकिंग में तीसरा स्थान रखने वाली भारतीय जोड़ी ने दक्षिण कोरियाई जोड़ी को 56 मिनट में 21-18, 21-16 से हराया है. मैच में शीर्ष भारतीय पुरुष जोड़ी ने बढ़त के साथ मैच की शुरुआत की. हालांकि, कोरियाई खिलाड़ियों ने भारत के खिलाड़ियों को अच्छी टक्कर दी और ब्रेक तक 11-9 की बढ़त हासिल कर ली थी. ब्रेक के बाद सात्विक और चिराग ने कुछ अच्छे शॉट लगाए और साथ ही कोरियाई जोड़ी पर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन चोई और किम ने लगातार अपनी बढ़त को बनाए रखा.