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मैरी कॉम के साथ हुए विवाद पर निकहत जरीन ने दिया बड़ा बयान, मैं अतीत में नहीं जीती

भारत की महिला मुक्केबाज निकहत जरीन ने कहा, "हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करे. इसलिए जब मैं टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी तो मैं निराश हो गई."

Mary Kom
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Published : Aug 23, 2020, 12:43 PM IST

नई दिल्ली: साल 2020 की शुरुआत में सुर्खियां बटोरनी वाली भारत की महिला मुक्केबाज निकहत जरीन टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई न करने पाने की निराशा से आगे बढ़ चुकी हैं और अब उनका ध्यान 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों पर है.

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा इस बात के संकेत दिए जाने के बाद कि ओलंपिक क्वालीफायर्स के लिए ट्रायल्स नहीं होगी और मैरी कॉम सीधे क्वालीफायर्स खेलेंगी, तब से निकहत और मैरी कॉम के बीच विवाद गहरा गया था.

निकहत ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी और महासंघ को ट्रायल्स करानी पड़ी थी जिसमें मैरी कॉम ने निकहत को 9-1 से हरा दिया था.

निकहत जरीन

'मैंने अतीत छोड़ आगे देखने का फैसला किया'

निकहत ने कहा, "हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करे. इसलिए जब मैं टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी तो मैं निराश हो गई."

उन्होंने कहा, "लेकिन मैंने अपने कदम उठाए और विश्वास किया कि जो कुछ होता है किसी कारण से होता है और इस बारे में सोचने के बजाए हमें उसे कबूल करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए. मैंने आगे देखने का फैसला किया. मेरा ध्यान भविष्य के टूर्नामेंट्स पर है मैं उनके लिए तैयारी कर रही हूं."

कोविड-19 के कारण हालांकि टोक्यो ओलंपिक खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया और अब यह खेल 2021 में होंगे.

मैरी कॉम और निकहत जरीन

'मैं कुछ ही महीनों में अपनी फिटनेस के शीर्ष स्तर पर होउंगी'

कोविड-19 के कारण देश में लॉकडाउन लगा था और इसी कारण मुक्केबाज ट्रेनिंग नहीं कर पाई थीं. उन्होंने इस दौरान अपने घर पर अपनी फिटनेस पर काम किया और यह सुनिश्चित किया कि वह सकारात्मक मानसिकता में रहें.

निकहत ने कहा, "आमतौर पर मेरा रूटीन कड़ी ट्रेनिंग से भरा होता है और मैं रोज बॉक्सिंग हॉल जाती हूं. लेकिन जब से लॉकडाउन शुरू हुआ तो मुझे अपना कार्यक्रम बनाए रखने में परेशानी आई क्योंकि मेरे घर में कोई उपकरण नहीं थे और यह मेरे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ पर असर डाल रहा था."

इस मुक्केबाज ने कहा, "स्थिति के साथ तालमेल बिठाने और सीमित संसाधनों के साथ ट्रेनिंग करने के लिए मैंने कुछ उपकरण खरीदे और घर में ट्रेनिंग शुरू की. इसने आश्वस्त किया कि मैं अपनी फिटनेस बनाए रख सकूं और अपना खेल सुधार सकूं ताकि जब हालात सामान्य हो सकें तो मैं रिंग में उतरने को तैयार रहूं."

उन्होंने कहा, "एक बार जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो मुझे पूरा भरोसा है कि मैं कुछ ही महीनों में अपनी फिटनेस के शीर्ष स्तर पर होउंगी."

मैरी कॉम और निकहत जरीन

'राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों को अपना लक्ष्य बनाया है'

24 साल की इस खिलाड़ी ने कहा कि इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं होना है इसलिए वे 2021 में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए अपनी फिटनेस और फुर्ती पर काम करेंगी.

उन्होंने कहा, "अब मैंने 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों को अपना लक्ष्य बनाया है. इन टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन करने के लिए मैं तैयारी कर रही हूं."

निकहत ने कहा, "इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं होने हैं इसलिए मैं अपने आप को 2021 में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए फिटनेस सुधारने और फुर्ती लाने की चुनौती दे रही हूं."

निकहत ने वेल्सपन के साथ किए करार को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा, "इस सफर में वेल्सपन ने मेरा काफी साथ दिया है. मैं उनके लगातार समर्थन और मार्गदर्शन के लिए शुक्रिया अदा करती हूं. वेल्सपन मेरे खेल के कई पहलूओं का ध्यान रख रहा है जिससे मैं पूरी तरह से अपनी ट्रेनिंग पर फोकस कर पा रही हूं."

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