हैदराबाद : 20 जुलाई को हिमा ने अपना पांचवा स्वर्ण पदक जीत लिया, लगभग चार महीने बाद हिमा ने 400 मीटर की दौड़ में एक नया रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने ऑल इंडिया फाइनल में 52.09 सेकंड में स्पर्धा जीतकर पांचवां गोल्ड मेडल हासिल किया. ये हिमा का 20 दिनों में पांचवां स्वर्ण पदक है. इससे पहले उन्होंने यूरोप में, 7 जुलाई को कुंटो एथलेटिक्स मीट में, 13 जुलाई को चेक गणराज्य में और 17 जुलाई को टाबोर ग्रां प्री में अलग-अलग स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीता था.
अपने शानदार प्रदर्शन से हिमा ने देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. उन्हें 2020 के ओलंपिक के लिए भारत की सबसे बड़ी पदक संभावनाओं में से एक के रूप में देखा जा रहा है. लेकिन, उन्हें विश्व चैंपियन का खिताब देने से पहले जिन प्रतियोगिताओं में हिमा ने हिस्सा लिया है, उन पर एक नज़र डालना भी जरूरी है.
हिमा गोल्डन दास : जश्न ठीक है, लेकिन सवाल अभी भी बाकी
हिमा दास के पांच स्वर्ण पदक जीतने के बाद भी इस तरह की बातें हो रही हैं कि जिन प्रतियोगिताओं में हिमा ने ये मेडल जीते हैं उन प्रतियोगिताओं में कॉम्पिटिशन बहुत ज्यादा नहीं है.
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उन्होंने जो 400 मीटर की स्पर्धा जीती थी, उसे IAAF द्वारा 'ई' श्रेणी के रूप में दर्जा दिया गया है. हालांकि हिमा दास की क्षमताओं पर किसी को शक नहीं है लेकिन ऐसे दूसरे दर्जे की प्रतियोगितों में शानदार प्रदर्शन के बाद उनके फैंस की उम्मीदें बड़े मंचों पर और भी बढ़ गई है.