नई दिल्ली:कीर्ति आजाद ने अपनी याचिका में डीडीसीए की मतदाता सूची को एक परिवार-एक वोट के आधार पर पुनर्गठित करने और उसके बाद नए सिरे से चुनाव कराने का निर्देश देने की भी मांग की है. इसके अलावा उन्होंने डीडीसीए के मामलों को संभालने के लिए एक प्रशासक की नियुक्ति के लिए निर्देश देने की मांग भी की है. न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने डीडीसीए, कॉपोर्रेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) और अन्य से बुधवार तक जवाब मांगा है. इस मामले में अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होगी.
साल 1983 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के अभिन्न सदस्य रहे कीर्ति आजाद ने अपनी याचिका में डीडीसीए की मतदाता सूची को एक परिवार-एक वोट के आधार पर पुनर्गठित करने और उसके बाद नए सिरे से चुनाव कराने का निर्देश देने की मांग की है. हालांकि, केंद्र सरकार के स्थाई वकील अमित महाजन ने इस मामले में कॉपोर्रेट मामलों के मंत्रालय को एक पक्ष के रूप में पेश करने पर आपत्ति जताई है. डीडीसीए की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सेठी और अधिवक्ता टी सिंहदेव ने भी याचिका के आधार पर सुनवाई का विरोध किया.
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याचिकाकर्ता ने कहा है कि डीडीसीए की सदस्यता देने की तदर्थ प्रणाली को रोका जाए और आवेदकों की पारदर्शी प्रतीक्षा सूची सहित एक पारदर्शी और निष्पक्ष सदस्यता प्रणाली लागू की जाए. साथ ही केवल उन व्यक्तियों को चुनाव में मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए, जिन्होंने समय पर अपने क्लब सदस्यता शुल्क का भुगतान किया है.