नई दिल्ली: मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज ने अपने क्लब को बंद करने की घोषणा की है.
गौरतलब है कि ओडिशा सरकार ने इस आई-लीग क्लब को भुवनेश्वर में एएफसी कप के मैच की मेजबानी करने की अनुमति नहीं दी थी जिसके बाद बजाज ने अपना निर्णय लिया.
बजाज ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ और उसके मार्केटिंग साझेदार एफएसडीएल को जिम्मेदार ठराते हुए कहा कि उनके पास इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है.
बजाज ने ट्वीट किया, "भारी दिल के साथ आज मैंने निर्णय लिया है कि मिनर्वा पंजाब को भी वही करना पड़ेगा जो बहुत सारे अन्य क्लबों को करना पड़ा है. आई-लीग चैम्पियन, चार साल में छह खिताब जतीने वाले और भारत के विभिन्न टीमों में 60 से अधिक खिलाडियों को भेजने वाला क्लब अब बंद हो रहा है."
मीडिया से बात करते हुए आई-लीग के सीईओ सुनंदो धर ने कहा कि इस बार में क्लब ने उनके विभाग को अभी तक कुछ नहीं बताया है. उन्होंने कहा, "हमने उनके ट्वीट को देखा है, लेकिन उन्होंने अभी तक आधिकारिक तौर पर लिखकर हमें यह जानकारी नहीं दी है."
बजाज का दावा है कि एआईएफएफ और एफएसडीएल के जोर देने के कारण ही ओडिशा सरकार ने उन्हें एएफसी कप के मैच की मेजबानी करने की अनुमति नहीं दी.
बजाज ने लिखा, "चैम्पियन बनने के बाद एएफसी कप में खेलना मिनर्वा पंजाब का अधिकार था, लेकिन पता चला कि एआईएफएफ और एफएसडीएल ने हमें अनुमति नहीं मिलने दी. ओडिशा खेल विभाग कह रहा है कि हमें उनसे बात करनी होगी. मुझे बहुत दुख हो रहा है कि हमारा शीर्ष संघ ही हमें एएफसी टूर्नामेंट के लिए स्टेडियम में नहीं खेलने दे रहा है."
उन्होंने लिखा, "यह दुखद है कि फुटबॉल को बढ़ावा देने की बजाए भारत एआईएफएफ, एफएसडीएल रिलायंस के साथ मिलकर उस फुटबॉल को खत्म करने की कोशिश कर रहा है जिस पर वे अपना शासन नहीं चला सकते. एएफसी कप के शुरू होने के बाद ओउिशा सरकार का हमें स्टेडियम न देना शर्मनाक है."
इससे पहले, मिनर्वा ने महासंघ के साथ विभिन्न मुद्दों पर टकराव के कारण सुपर कप में भी भाग लेने से मना कर दिया था आई-लीग क्लब लंबे समय से देश में एक लीग को लेकर एआईएफएफ से स्पष्टीकरण की मांग कर रहे हैं.