कोलकाता : एटीके अपने घरेलू मैदान विवेकानंद युवा भारतीय क्रीड़ांगन स्टेडियम में शनिवार को मजबूत टीम जमशेदपुर एफसी के सामने उतरेगी. दोनों टीमों की कोशिश अंकतालिका में ऊपर आने की होगी. जमशेदपुर तीन मैचों में सात अंकों के साथ तीसरे नंबर है वहीं दो बार की विजेता एटीके छह अंकों के साथ जमशेदपुर से एक स्थान नीचे है.
एटीके और जमशेदपुर के खिलाड़ी एटीके को इस सीजन के पहले मैच में केरला ब्लास्टर्स से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके बाद टीम ने दमदार वापसी की और आईएसएल में अपनी दूसरी सबसे अच्छी शुरुआत हासिल की. जमशेदपुर अभी तक लीग में अजेय रही है. यह उनका आईएसएल का तीसरा सीजन है और यह उसकी अभी तक की सबसे अच्छी शुरुआत है.
एटीके ने अभी तक सिर्फ दो गोल खाए हैं जबकि उनका आक्रमण दमदार रहा है. एटीके के आक्रमण का नेतृत्व कर रहे डेविड विलियम्स ने अभी तक तीन गोल किए हैं. उन्हें रॉय कृष्णा से अच्छा साथ मिला है. एटीके ने अभी तक सात गोल किए हैं.
टीम के कोच एंटोनियो हबास ने कहा, "हमें अब हर टीम का सम्मान करना होगा। जमशेदपुर की टीम अच्छी है और उनका कोच भी अच्छा है. हमें उनके खिलाफ सावधानी से खेलना होगा. हम सिर्फ एक निश्चित खिलाड़ी को निशाना बनाकर नहीं उतर सकते."
एटीके की सबसे बड़ी ताकत उसकी टीम में मौजूद फ्लेक्सिबिलिटी है. हैदराबाद एफसी के खिलाफ 5-0 से जीत हासिल करने के बाद टीम ने चेन्नइयन एफसी के खिलाफ अपने डिफेंस की मजबूती का भी परिचय दिया.
हबास ने कहा, "फुटबाल अटैकिंग और डिफेंडिंग का खेल है. हो सकता है कि चेन्नइयन के खिलाफ खेला गया मैच हमारा अच्छा मैच नहीं रहा हो लेकिन हमने जीत हासिल की. कई बार यह जरूरी होता है कि आप कम अच्छा खेलो, लेकिन मैच जीतो."
उनके अटैक की तेजी, जिसे जेवियर हर्नाडेज और माइकल सोसाइराज का समथर्न हासिल है, में किसी भी टीम को निराश करने का माद्दा है. जमशेदपुर एफसी इस बात से वाकिफ होगी और अपने डिफेंस को मजबूत कर इससे निपटना चाहेगी.
एंटोनियो इरिओंडो की टीम गेंद को अपने पास रखना पसंद करती है. उनकी टीम में पीती और एइटोर मोनरॉय हैं. टीम के पास इन फॉर्म स्ट्राइकर सर्गियो कास्टेल हैं. 24 साल के इस खिलाड़ी ने अभी तक अपने खेल से प्रभावित किया है और कल होने वाले मैच में एक बार फिर उन पर नजरें होंगी.
जमशेदपुर कोच ने कहा, "हम जानते हैं कि हम एक बेहतरीन टीम के साथ खेल रहे हैं. ये बेहद गंभीर टीम है और जब मैं गंभीर कहता हूं तो इसका मतलब है कि वह जानते हैं कि जीत कैसे हासिल की जाती है. उनकी टीम में कई विशेषताएं हैं. मैं उनको कोच को जानता हूं। यह वो टीम है जो अटैक करना पसंद करती है."
जमशेदपुर एफसी के विदेशी खिलाड़ी ने अपना प्रभाव छोड़ा है तो वहीं टीम के भारतीय खिलाड़ी भी पीछे नहीं रहे हैं. फारूक चौधरी और अनिकेत जाधव ने टीम की जिम्मेदारी को अभी तक बखूबी संभाला है.
दोनों टीमों का अटैक मजबूत है लेकिन जमशेदपुर से गेंद को अपने पास रखने की ज्यादा उम्मीद की जा रही है.