लंदन :द ओवल की पिच पर खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच के पहले दिन भारतीय टीम मैनेजमैंट व टीम के कप्तान के कई फैसलों पर सवालिया निशान लगने लगे. लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान पर खेले जा रहे फाइनल मैच में पहले दिन कप्तान रोहित शर्मा के 5 फैसलों पर सवाल उठने लगे हैं. ऐसे में दूसरे दिन टीम इंडिया की रणनीति व तैयारी देखने लायक होगी. अगर पहले सत्र में टीम इंडिया वापसी नहीं करती है तो यह टेस्ट मैच भारतीय टीम के हाथ से निकल सकता है.
आईसीसी के इस अहम खिताबी मुकाबले में टॉस जीतने वाली टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा से 5 बड़ी गलतियां हो गईं हैं, जिसकी भरपायी दूसरे दिन करने का मौका है और माना जा रहा है कि टीम इंडिया दूसरे दिन के पहले सत्र में पहले दिन की गलतियों से सबक लेकर जल्द से जल्द वापसी करने की कोशिश करेगी.
पहली गलती
ऑस्ट्रेलिया की टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की अधिक संख्या होने के बाद भी रविचंद्रन अश्विन को टीम से बाहर बैठाने का फैसला गलत कहा जा रहा है. क्योंकि रविचंद्रन अश्विन के द्वारा झटके गए विकेटों की संख्या को देखा जाए तो अश्विन ने 241 बार लेफ्ट हैंड बल्लेबाजों को आउट किया है, जबकि 233 बार उन्होंने राइट हैंड वाले बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम में 5 लेफ्ट हैंडर बल्लेबाज होने पर जडेजा को वरीयता देने की बात हजम नहीं हो रही है, क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाजों पर लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा की गेंदबाजी प्रभावी नहीं रही है. जडेजा ने दाहिने हाथ के बल्लेबाजों को 174 और बाएं हाथ के बल्लेबाजों को केवल 90 बार आउट किया है. इसीलिए सुनील गावसकर ने भी प्लेइंग-11 पर सवाल दागे.
दूसरी गलती
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी के फाइनल में लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीत कर बल्लेबाजी करने के बजाय ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी के लिए बुला लिया. उस्मान ख्वाजा का विकेट गिरने पर गेंदबाजी का फैसला थोड़ी देर के लिए सही लगने लगा था, लेकिन पहले धीमी लेकिन ठोस बल्लेबाजी करके ऑस्ट्रेलिया ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली. शुरू के 25 ओवरों में 80 रन पर 3 विकेट खोने वाली कंगारू टीम ने बाद के 60 ओवरों में 247 रन बनाए. साथ ही हेड व स्मिथ के बीच 251 रनों की साझेदारी हुयी.