कोलकाता:अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने संकेत दिए हैं कि इंडियन प्रीमियर लीग 14 के लिए तैयार किया गया जैविक रूप से सुरक्षित माहौल पिछले साल यूएई की तुलना में उतना अधिक अभेद्य नहीं था.
साहा इस तरह नियंत्रित माहौल की कड़ाई पर सर्वाजनिक रूप से सवाल उठाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं.
साहा उन खिलाड़ियों में शामिल थे जो कोविड-19 संक्रमण का शिकार हुए. जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा रहे खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के बीच संक्रमण के कई मामले आने के बाद लीग के 14वें सत्र को बीच में ही निलंबित कर दिया गया था.
पीटीआई को दिए साक्षात्कार में साहा ने भारत में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में संक्रमण के मामले आने पर बात की और कहा कि अगर आईपीएल पिछले साल की तरह यूएई में होता तो बेहतर रहता.
साहा ने कहा, "इसका आकलन करना हितधारकों का काम है लेकिन मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि पिछले साल यूएई में हमारी ट्रेनिंग के दौरान कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, मैदानकर्मी भी नहीं."
उन्होंने कहा, "यहां लोग मौजूद रहते थे, बच्चे पास की दीवारों से झांक रहे होते थे. मैं अधिक टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन हमने देखा कि 2020 में यूएई में आईपीएल कितने आराम से हो गया और फिर इस साल भारत में शुरू हुआ जब मामले बढ़ रहे थे."