नई दिल्ली : सिर्फ खेल ही नहीं, अन्य क्षेत्रों में भी मिलने वाले अवसर आपको अपनी प्रतिभा दिखाने के मौके देते हैं. अगर आप इन मौकों को भुनाने में कामयाब हो गए तो आप मनचाहा चमत्कार कर सकते हैं. जैसा समय समय पर कई सारे खिलाड़ियों ने किया है. कुछ ऐसा ही मौका भुनाने की कोशिश संजू सैमसन ने मंगलवार को त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे में खेली गयी अपनी पारी के दौरान की. इस पारी से विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन की वेस्टइंडीज व आयरलैंड के दौरे पर टी-20 मैचों के खेलने की भी दावेदारी मजबूत हो गयी.
आपको याद होगा कि दूसरे वनडे में बारबाडोस की स्पिनरों की मददगार पिच पर रन बनाने में नाकाम रहने के बाद संजू सैमसन की स्पिन गेंदबाजों को खेलने की कमजोरी के बारे में खूब चर्चाएं हुयीं. उस पिच पर भारतीय टीम 181 रन पर ढेर हो गई थी. ऐसे में सैमसन को एक और मौके की तलाश थी कि वे अपने आलोचकों का मुंह बंद कर सकें. अंतिम वनडे में मिले मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए 41 गेंदों पर 51 रन बना दिए. उनके द्वारा लगाए गए छक्के उनके आत्मविश्वास की कहानी बता रहे थे.
वैसे इस मैच में शुभमन गिल और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ियों ने सैमसन से अधिक रन बनाए, लेकिन करीब से देखने पर पता चलेगा कि उनकी पारी का वजन कम नहीं था. मैच के 20वें ओवर में जब ईशान किशन (64 रन पर 77 रन) के आउट होने के बाद रन बनाने की गति धीमी होने लगी थी और तीसरे नंबर पर आए ऋतुराज गायकवाड़ 14 गेंदों में सिर्फ 8 रन बना सके. ऐसी स्थिति में गिल और गायकवाड़ के बीच 20 गेंदों पर सिर्फ 11 रन की साझेदारी हुई थी. ऋतुराज गायकवाड़ के आउट होने के बाद सैमसन ने बल्लेबाजी का मोर्चा संभाला और पहली गेंद से हवाई शाॉट खेलने शुरू कर दिए. निडर सैमसन ने अपना अंदाज में मेजबान टीम के गेंदबाजों पर ऐसा हमला बोला कि वेस्टइंडीज के खिलाड़ी हैरान रह गये. हर कमजोर गेंद को दमदारी से निपटाया. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 53 गेंदों पर 69 रन की साझेदारी की. इस दौरान सैमसन ने 41 गेंदों में 51 रन बनाए. सैमसन की पारी के कारण कप्तान हार्दिक पंड्या को अंतिम ओवरों में आक्रामक होने से पहले जमने का पर्याप्त मौका मिला. इस तरह से देखा जाए तो सैमसन की पारी ने विश्व कप 2023 में मध्यक्रम के लिए उनकी दावेदारी को प्रतिद्वंद्वी सूर्यकुमार यादव से ऊपर कर दी है.