विराट कोहली को मिला 'फील्डर ऑफ द सीरीज' अवॉर्ड, बीसीसीआई ने जारी किया वीडियो
भारतीय टीम के कोच टी दिलीप द्वारा फील्डर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार प्रदान किया गया. कोहली ने तीसरे मैच के दौरान बेहतरीन फील्डिंग करते हुए टीम के लिए बाउंड्री रोककर पांच रन बचाए थे. हालांकि उन्होंने 2 कैच भी लिए. पढ़ें पूरी खबर.....
नई दिल्ली :भारतीय टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप किया है. इस सीरीज का आखिरी तीसरा मैच बेहद ही रोमांचक हुआ. अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी मैच का नतीजा दो-दो सुपर ओवर के बाद बाद निकला. भारत के 212 रनों के जवाब में अफगानिस्तान भी 20 ओवर में 212 रन ही बना पाई उसके बाद सुपर ओवर कराया गया. अफगानिस्तान ने सुपर ओवर में 17 रन बनाए उसके जवाब में भारत भी 17 रन ही बना पाया. तब दूसरे सुपर ओवर से मैच का नतीजा निकाला गया.
इस सीरीज के बाद मैदान पर फील्डिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए फील्डर ऑफ द सीरीज का ऐलान किया गया. भारतीय टीम में फील्डिंग को बेहतर कराने के लिए कोट टी दिलीप की यह एक बेहद महत्वपूर्ण पहल है. फील्डिंग कोच टी दिलीप ने फील्डर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार विराट कोहली को दिया. इस पुरस्कार के नाम की घोषणा करने से पहले भारतीय फील्डिंग कोच ने सीरीज के दौरान खिलाड़ियों की फील्डिंग का जिक्र किया.
दिलीप ने विराट कोहली के साथ रिंकू सिंह की भी तारीफ की. बता दें कि विराट कोहली ने इस सीरीज में दो कैच लपके, जबकि रोहित शर्मा और रिंकू सिंह ने भी दो-दो कैच लपके थे, लेकिन आखिर में कोच ने विराट कोहली को फील्डर ऑफ द सीरीज घोषित किया.
कोच ने पुरस्कार देने से पहले अपने भाषण में संजू सैमसन और वाशिंगटन सुंदर की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी यह तय करना कि कौन से रन बचाए जा सकते हैं कौन से कैच लिए जा सकते है उसके लिए तुरंत निर्णय लेना यह विराट कोहली से बेहतर कोई नहीं जानता. उन्होंने कहा कि नए खिलाड़ी खुशनसीब हैं कि उनको विराट के साथ खेलने का मौका मिल रहा है. कोच दिलीप ने यह भी कहा कि यह नजरिए हर खिलाड़ी का होना चाहिए. कोहली का यह नजरिए हर खिलाड़ी को प्रोत्साहित करता है.
बता दें कि विराट कोहली ने तीसरे और आखिरी मुकाबले में अभूतपूर्व फील्डिंग प्रदर्शन करते हुए बाउंड्री पर छक्का रोका था. जिससे टीम के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण पांच रन बचाए थे. उसके साथ ही कोहली ने एक मुश्किल कैच के लिए भी अपना संपूर्ण प्रयास किया था. हालांकि वह कैच को पकड नहीं पाए थे. उन्होने पूरी सीरीज के दौरान दो कैच पकड़े.