नई दिल्ली : कानपुर, लखनऊ के बाद अब उत्तर प्रदेश को तीसरा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम वाराणसी में मिलने जा रहा है. इसके लिए जमीन की व्यवस्था हो गई है, उम्मीद है कि इसी साल मई जून माह के अंत तक स्टेडियम का काम शुरू हो जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार ने राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में में 31 एकड़ जमीन खरीद ली है और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए यह जमीन इस माह के अंत तक सौंप दी जाएगी.
स्टेडियम की तैयारियों का जायजा लेने इसी सप्ताह की शुरूआत में बीसीसीआई के सचिव जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने वाराणसी का दौरा भी किया था. यूपीसीए के निदेशक युद्धविर सिंह ने रविवार को पीटीआई-भाषा को बताया, 'वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने करीब 31 एकड़ जमीन राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में चिन्हित की है'. वाराणसी के आयुक्त (कमिश्नर) कौशल राज शर्मा ने बताया, 'उप्र सरकार ने राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में 31 एकड़ जमीन करीब 120 करोड़ रूपयें में किसानों से खरीद ली हैं. इस जमीन को इसी महीने के अंत में यूपीसीए को 30 साल के पट्टे (लीज) पर दिया जायेगा. पट्टे की एवज में यूपीसीए प्रतिवर्ष 10 लाख रूपये उप्र सरकार को देगा. इसके बाद यूपीसीए इस पर अपने स्टेडियम का निर्माण करेगा'.
शर्मा ने बताया कि ऐसी संभावना हैं कि इसी वर्ष मई जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास होगा. यूपीसीए के निदेशक सिंह ने काशी में बनने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के बारे में बताया कि उप्र में कानपुर और लखनऊ के बाद यह तीसरा स्टेडियम होगा जहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले जायेंगे. कानपुर में ग्रीन पार्क और लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पहले से हैं.
उन्होंने बताया कि वाराणसी में बनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण इसी साल मई जून से शुरू हो जाएगा और 2024 के अंत तक इसके पूरा हो जाने की उम्मीद है. सिंह ने बताया कि इस प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की क्षमता 30 हजार दर्शकों की होगी और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार ही बनाया जायेगा. इस स्टेडियम के निर्माण में करीब तीन सौ करोड़ रूपये की लागत आने का अनुमान है. स्टेडियम आधुनिक सुविधा-संसाधनों से लैस होगा.