मुंबई:भारतीय टेस्ट टीम में लंबे समय से खराब लय से गुजर रहे अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की अंतिम एकादश से सम्मानजनक तरीके से बाहर करने के लिए टीम प्रबंधन ने 'चोट' का सहारा लिया.
मैच के पहले दिन शुक्रवार को बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि रहाणे, इशांत और रविन्द्र जडेजा विभिन्न प्रकार की चोट के कारण टीम से बाहर रहेंगे.
बीसीसीआई ने बताया कि रहाणे की हैमस्ट्रिंग (मांसपेशियों) में खिंचाव है जो कानपुर में पहले टेस्ट के आखिरी दिन क्षेत्ररक्षण के दौरान आया था.
वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो सके हैं तो दूसरा टेस्ट नहीं खेलेंगे. कानपुर टेस्ट 29 नवंबर तक खेला गया था और रहाणे दिन के पूरे 90 ओवर तक क्षेत्ररक्षण के लिए मैदान पर थे.
हैमस्ट्रिंग की चोट में काफी दर्द होता है और इससे शरीर का लचीलापन प्रभावित होता है. भारतीय टीम ने गुरुवार बांद्रा कुर्ला परिसर में इंडोर अभ्यास किया था और बीसीसीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने रहाणे तस्वीर जारी की थी जिसमें वह चेहरे पर बड़ी मुस्कराहट के साथ बल्लेबाजी अभ्यास कर रहे थे.
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इसमें उनके चेहरे परदर्द जैसा भाव नहीं था. वह शुक्रवार को सुबह क्षेत्ररक्षण अभ्यास करते भी दिखे. पीटीआई-भाषा ने जब एक राज्य की टीम के फिजियो से हैमस्ट्रिंग में खिंचाव के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "हैमस्ट्रिंग खिंचाव चोट के स्तर पर निर्भर करता है और यदि यह पहले स्तर है तो आपको कम से कम दो सप्ताह के विश्राम की जरूरत होगी. अगर यह दूसरे स्तर का है तो इसके लिए कम से कम चार से छह सप्ताह की जरूरत होगी. इसकी मामूली चोट से बस आराम करके उबरा जा सकता है."
टीम के लिए हालांकि किसी ऐसे खिलाड़ी को बाहर करना का फैसला मुश्किल था जिसने पिछले मैच में कप्तानी की हो, ऐसे में उन्हें 80 टेस्ट मैच के अनुभवी खिलाड़ी के लिए किसी सम्मानजनक तरीके को ढूंढना पड़ा. इशांत के मामले में भी ऐसी ही स्थिति है.
कानपुर में पहले टेस्ट के अंतिम दिन उनकी बाएं हाथ की छोटी उंगली में चोट लगी थी. आम तौर पर सीटी स्कैन या एमआरआई रिपोर्ट तुरंत मिल जाता है और टीम पिछले 72 घंटों से मुंबई में है. इशांत भले ही टीम में अपनी जगह फिर से हासिल कर भी ले, लेकिन क्या वह जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आवेश खान की मौजूदगी में अंतिम एकादश में जगह बना पायेंगे, यह एक बड़ा सवाल है.