नई दिल्ली:भारतीय प्रशंसकों का दिल टूट गया जब रविवार को आईसीसी टी20 वर्ल्ड में न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान को एक अहम मैच में हराया.
कीवियों की जीत के साथ ही विराट कोहली की टीम सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई. 2012 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत ग्रुप राउंड से बाहर हो गया. पूर्व क्रिकेटर मदन लाल और कपिल देव ने सोमवार को भारत के बाहर हो जाने के कई कारणों पर प्रकाश डाला.
कपिल देव ने एक चैनल से कहा, "जब खिलाड़ी देश के लिए खेलने से ज्यादा आईपीएल को प्राथमिकता देते हैं, तो हम क्या कह सकते हैं. खिलाड़ियों को अपने देश के लिए खेलने पर गर्व होना चाहिए. मैं उनकी वित्तीय स्थिति के बारे मे नहीं जानता, इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कह सकता."
उन्होंने कहा, "लेकिन मुझे लगता है कि पहले देश की टीम और फिर फ्रेंचाइजी होनी चाहिए. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वहां (आईपीएल) क्रिकेट न खेलें, लेकिन जिम्मेदारी अब बीसीसीआई पर है कि वह अपने क्रिकेट की बेहतर योजना बनाए, गलतियों को न दोहराए. इस टूर्नामेंट में देश के लिए प्रतिबद्ध होना हमारे लिए सबसे बड़ी सीख है."
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वहीं मदन लाल ने कहा कि, खिलाड़ियों को निर्णय लेने की आवश्यकता थी कि विश्व कप या इंडियन प्रीमियर लीग में कौन सबसे ज्यादा आपके लिए महत्वपूर्ण है.
आईएएनएस से बात करते हुए 1983 विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से ज्यादा क्रिकेट खेलने के कारण खिलाड़ी थके हुए लग रहे थे, "वास्तव में बायो-बबल थकान ने यहां एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह कोई बहाना नहीं है! भारत-न्यूजीलैंड के मैच में जब कीवी गेंद को मार रहे थे, तो वह मैदान से बाहर जा रही थी लेकिन जब हमारे खिलाड़ी मार रहे थे, तो वह क्षेत्ररक्षकों के हाथों में जा रही थी, जिससे लग रहा था कि वह थके हुए हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है."
उन्होंने कहा, "वे आईपीएल में खेलने के बाद सीधे विश्व कप में आए. इससे पहले वे इंग्लैंड में खेलकर आए थे. अब यही समस्या है कि वे आईपीएल में नहीं खेलते तो विश्व कप से पहले, उन्हें थोड़ा आराम करने का समय मिल जाता. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को यह तय करने की जरूरत है कि उनके लिए क्या अधिक महत्वपूर्ण है, विश्व कप या आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में खेलना? यह सिर्फ कोई सीरीज नहीं है, यह विश्व कप है."
पूर्व क्रिकेटर ने जोर देकर कहा, "इसके अलावा, हम सभी जानते हैं कि यह टी20 प्रारूप कितना अलग है. इसमें हर समय अच्छा प्रदर्शन करना पड़ता है. जैसा कि पाकिस्तान और इंग्लैंड कर रहे हैं.
मदन लाल ने आगे कहा कि ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर भी चीजें साफ नहीं थी. "वह फिट थे या अनफिट? वह गेंदबाजी करेंगे या नहीं? इस पर असमंजस था."
उन्होंने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजी में बदलाव करने का फैसला एक गलत कदम था.
जिसने भी वह फैसला किया, वह गलत था. रोहित शर्मा ओपनिंग में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. आप उन्हें उस क्रम से कैसे हटा सकते हैं? फिर विराट कोहली का स्थान (नंबर 3) भी बदल दिया गया था. हालांकि भुवनेश्वर कुमार की जगह शार्दुल ठाकुर को मौका देना सही फैसला था."
उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि इस टूर्नामेंट में लेग स्पिनर महत्वपूर्ण थे और राहुल चाहर का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया?